क्यों और कैसे खाएं फ़र्मेंटेड फ़ूड?

Update: 2023-05-16 18:50 GMT
फ़र्मेंटेशन एक नैचुरल प्रक्रिया है, जिसमें यीस्ट और बैक्टीरिया जैसे माइक्रोऑर्गैनिज़म कार्ब्स को अल्कोहल या एसिड में कन्वर्ट करते हैं. सभी तरह के फ़र्मेंटेड फ़ूड में हमारे शरीर के लिए फ़ायदेमंद बैक्टीरिया होते हैं. जूली वागले, वेलनेस कोच और फ़ाउंडर, मेटाबॉलिएक्स बताती हैं,“ये बैक्टीरिया प्रोबायोटिक्स की तरह काम करते हैं और हमारे पेट को सेहतमंद बनाए रखते हैं. और कुछ में तो यीस्ट भी होते हैं, जो हमारे शरीर के पाचन को दुरुस्त करने में मदद करते हैं. फ़र्मेंटेशन अच्छे बैक्टीरिया के ग्रोथ को प्रोत्साहित करता है, जिसे प्रोबायोटिक कहते हैं.” फ़र्मेंटेड फ़ूड एक सेहतमंद और संतुलित डायट का हिस्सा होते हैं. फ़र्मेंटेड फ़ूड हमारे शरीर को कई तरह से फ़ायदा पहुंचाते हैं. इसके कुछ फ़ायदों को यहां जानें.
फ़ायदे
* इंफ़ेक्शन से होनेवाले डायरिया को ठीक करता है.
* बैक्टीरियल इंफ़ेक्शन को कम करता है.
* डाइजेस्टिव सेहत को दुरुस्त करता है.
* इम्यून सिस्टम सुधारता है.
* खाने का पाचन आसान करता है.
* वज़न कम करने में मदद करता है.
* दिल से जुड़ी बीमारियों की संभावना को कम करता है.
* मन को दुरुस्त रखता है.
* फ़र्मेंटेड फ़ूड डिप्रेशन, यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक इंफ़ेक्शन को ठीक करने, रेस्पिरेटरी हेल्थ को सुधारने में जादुई नतीजे देते हैं. यह हार्मोनल डिस्ऑर्डर, किडनी व लिवर के फ़ंक्शन को सेहतमंद बनाए रखते हैं. डायबिटीज़, कैविटीज़ की समस्या को दूर करते हैं. ग़ौरतलब है, कि फ़र्मेंटेड फ़ूड बीमारी से तेज़ी से रिकवरी करने में मदद करते हैं, इसीलिए * आयुर्वेद में खाने की थाली में दही को अलग-अलग तरीक़ों से जगह दी गई है.
कैसे करें इसे डायट में शामिल?
हमें हर दिन कम से कम किसी एक मील में फ़र्मेंटेड फ़ूड ज़रूर लेना चाहिए. फिर चाहे आप ट्रेडिशनल दही खाएं, छाछ पिएं या फिर कॉम्बूचा, सॉक्रॉत (फ़र्मेंट की हुई पत्तागोभी) जैसी चाइनीज़ व जर्मन रेसिपी खाएं. घर पर बने अचार भी फ़र्मेंटेड फ़ूड की लिस्ट में आते हैं. आप इन्हें भी अपनी थाली का हिस्सा बना सकते हैं, लेकिन इनकी मात्रा को सीमित ही रखना चाहिए. हमारे मौसम के लिहाज़ से दही, छाछ जैसे फ़र्मेंटेड डेयरी फ़ूड्स सबसे उपयुक्त हैं. लेकिन यदि आप डेयरी फ्री फ़र्मेंटेड फ़ूड के विकल्प तलाश रहे हैं, तो हम आपको यहां कुछ और नाम सुझा रहे हैं. जिन्हें अपनी डायट में शामिल करके आप गुड बैक्टीरिया का स्वागत कर सकते हैं.
कॉम्बूचा
कॉम्बूचा एक तरह का मीठा ब्लैक टी है. यह चाय फ़र्मेंट कर तैयार किया जाता है, जिससे यह हमारे शरीर में अच्छे बैक्टीरिया व यीस्ट का प्रोडक्शन बढ़ाता है. कॉम्बूचा ड्रिंक को अक्सर हर्ब्स से फ़्लेवर किया जाता है. कॉम्बूचा बैक्टीरिया ऐंटीऑक्सिडेंट्स भी प्रोड्यूस करता है.
ऐप्पल साइडर विनेगर
ऐप्पल साइडर विनेगर का आमतौर पर इस्तेमाल सलाद को फ़्लेवर देने के लिए किया जाता है. लेकिन बहुत कम ही लोग जानते हैं कि यह हमारे शरीर को फ़र्मेंटेड फ़ूड द्वारा दिए जानेवाले सारे फ़ायदे देता है. सेब को फ़र्मेंट कर बनाया गया यह विनेगर ऐंटी-ऑक्सिडेटिव, ऐंटी-डायबिटिक, ऐंटी-माइक्रोबियल है. आप इसे पानी में मिलाकर भी पी सकते हैं.
चीज़
चीज़ बनाने की प्रक्रिया में भी फ़र्मेंटेशन शामिल है. सीमित मात्रा में चीज़ का सेवन हमारी हड्डियों को मज़बूत बनाने, दांतों के आकार को बनाए रखने, पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करता है. फ़ेटा, पार्मेंज़न और कॉटेज चीज़ का सेवन करें.
इडली-दोसा
शहरों के गली-नुक्कड़ से लेकर फ़ाइव स्टार होटल तक के ब्रेकफ़ास्ट मेन्यू में मिलनेवाले इडली और दोसा टेस्टी फ़र्मेंटेड फ़ूड्स के विकल्प हैं. तबीयत नासाज़ लगे या पेट ख़राब हो, तो इन साउथ इंडियन फ़ूड्स को अपनी डायट का हिस्सा बनाएं.
भिंडी, ब्रोकलि, बीटरूट्स, अदरक, बैंगन जैसी सब्ज़ियों को भी आप अलग-अलग तरीक़ों से फ़र्मेंट करके खा सकते हैं.
खानपान में फ़र्मेंटेड फ़ूड शामिल करने के टिप्स
* ब्रेकफ़ास्ट में फ़र्मेंटेड फ़ूड शामिल करने के लिए स्मूदी, सीरियल्स या ओटमिल, फलों आदि को दही के साथ खाएं.
* अंडे को फ़र्मेंटेड सलाद के साथ खाएं.
* अचार, फ़र्मेंटेड प्याज़, किमची (यह एक कोरियन डिश है, जिसमें सब्ज़ियों को लहसुन, अदरक के साथ फ़र्मंट किया जाता है) को सैंडविच में भरकर खा सकते हैं.
* स्टोर से मेयोनीज़ ख़रीदने की बजाय फ़र्मेंटेड मेयोनीज़ का सेवन करें.
* फ़र्मेंटेड हमस भी एक बेहतरीन विकल्प है.
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