अनिद्रा का स्किन और बालों पर क्या प्रभाव पड़ता है

Update: 2023-05-10 11:10 GMT
जब हम 8 घंटे से कम नींद लेते हैं तो, हमारी उम्र बढ़ने की प्रक्रिया तेज हो जाती है। जिसकी वजह से कम समय में ही चेहरे पर झुर्रियां दिखाई देने लगती हैं।
कई अध्ययनों से पता चला है कि जो पुरुष नींद कम लेते हैं, उनमें झुर्रियां, स्किन डिहाइड्रेशन, बड़े रोम छिद्र, लालिमा और आंखों के नीचे काले घेरे बढ़ जाते हैं।
जब हम सोते हैं, तो हमारी कोशिकाएं फिर से निर्माण की प्रक्रिया में जुटी रहती हैं। इसलिए, यदि हमें अच्छी और गहरी नींद नहीं आती है, तो ये कोशिकाएं खुद को रिपेयर नहीं कर पाती हैं, जिससे हम उम्र में बड़े दिखते हैं।"
आप कैसे सोते हैं यानि कि, आपकी स्लीपिंग पोजीशन भी स्किन की हेल्थ पर प्रभाव डालती है। अगर आप करवट लेकर सोते हैं तो आपके चेहरे पर गहरी झुर्रियां हो सकती हैं। ये चेहरे के एक तरफ ज्यादा और दूसरी तरफ कम हो सकती हैं। ये आमतौर डॉक्टर के लिए एक संकेत होता है कि, उसका रोगी कौन सी करवट लेकर सोता है।
इस समस्या से आराम पाने का एकमात्र तरीका यही है कि, मुलायम तकिया खरीदा जाए। ये स्किन पर बहुत हार्ड नहीं होना चाहिए। बेस्ट तरीका है ​कि सिल्की या मुलायम कॉटन का तकिया ही इस्तेमाल करें। ये स्किन को चिकनी और हेल्दी रखने के लिए भी जरूरी है।
2. अनिद्रा के कारण मुंहासे निकल सकते हैं (Insomnia Can Cause Breakouts)
ज्यादातर लोग सोचते हैं कि, मुंहासे या ब्लैकहेड्स की समस्या किसी खास उम्र तक ही होती है। असल में ये गलत है। बहुत से लोग अपनी जिंदगी के बड़े हिस्से में मुंहासे और स्किन की तमाम समस्याओं का सामना करते रहते हैं।
इन समस्याओं की एक बड़ी वजह नींद की कमी भी हो सकती है। रात में अच्छी नींद लेना दिनचर्या का बहुत ही जरूरी स्टेप है। खराब नींद का सीधा संबंध इम्यून डिश रेग्युलेशन और जलन की समस्या के बढ़ने से है।
नींद की कमी की वजह से इम्यूनिटी घट जाती है। जबकि, स्किन में सूजन की समस्या दिखने लगती है। इसकी वजह से स्किन में ड्राइनेस, लालिमा, और मुंहासे निकलने की समस्या हो सकती है। सूजन बढ़ने से स्किन में ग्लो भी खत्म होने लगता है।
3. हेयर ग्रोथ को प्रभावित कर सकती है (Insomnia Can Affect Hair Growth)
हार्मोन, आहार और बीमारी के अलावा भी हमारी जीवनशैली की आदतें बालों की क्वालिटी और ग्रोथ को भी प्रभावित कर सकती हैं। नींद की कमी होने पर हमारा दिमाग ऐसी प्रतिक्रिया देने लगता है जो, वह टेंशन में होने पर देता है।
इस नकल का नतीजा ये निकलता है कि, शरीर में टेलोजेन इफ्लूवियम (Telogen Effluvium) नाम की समस्या हो सकती है। ये एक समस्या है जिसकी वजह से बाल अस्थायी रूप से झड़ने लगते हैं। ये किसी बीमारी या तनावपूर्ण घटना के बाद होने वाली समस्या है।
4. नाखूनों को कमजोर कर सकती है (Insomnia Can Make Your Nails Weak)
कई बार हम खुद को चिंता के समुद्र में पाते हैं। हमें ये भी पता नहीं होता कि इस बिगड़ी हुई सिचुएशन में आखिर करना क्या है? ये​ स्थिति दिमाग के साथ ही नाखूनों के लिए भी नुकसानदेह साबित होती है।
क्योंकि, ये स्थिति आपकी नींद पर बुरा प्रभाव डालती है। आप उतना आराम नहीं कर पाते जितना सामान्य वक्त में किया करते थे। नाखूनों की ग्रोथ में भी कुछ समय ​लगता है। लेकिन ग्रोथ धीमी होने के साथ की वे कमजोर होकर टूट भी सकते हैं।
अनिद्रा और तनाव नाखून के मैट्रिक्स को प्रभावित कर सकता है, जहां नाखून का उत्पादन होता है। कुछ मामलों में नाखून की ग्रोथ बहुत ज्यादा तेज हो जाती है लेकिन नाखून होते बहुत कमजोर हैं।
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