सेंधा नमक और आयोडीन युक्त नमक में अंतर
आमतौर पर मार्केट में मिलने वाला टेबल नमक यानी समुद्री नमक आयोडीन से भरपूर होता है. वहीं सेंधा नमक यानी रॉक सॉल्ट को हिमालय में मिलने वाले पिंक पत्थरों को पीसकर तैयार किया जाता है. 1 चम्मच टेबल सॉल्ट 2360 मिलीग्राम सोडियम पाया जाता है. जबकि 1 चम्मच हिमालयन पिंक सॉल्ट में सोडियम की मात्रा 1680 मिलीग्राम होती है. जाहिर है कि टेबल सॉल्ट की अपेक्षा रॉक सॉल्ट में एक तिहाई सोडियम कम होता है. हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करने के लिए आपको दिन में 140 माइक्रोग्राम आयोडीन का सेवन करने की आवश्यकता होती है.
टेबल सॉल्ट खाने के फायदे
टेबल सॉल्ट आयोडीन और सोडियम दोनों से भरपूर होता है. जिसे खाने से शरीर में आयोडीन की कमी पूरी होती है. आयोडीन को थाइराइड ग्लैंड के पोषण का मुख्य सोर्स माना जाता है. शरीर में आयोडीन की कमी होने से थाइराइड ग्लैंड बढ़ने का खतरा रहता है. जिससे कारण शरीर में थाइराइड हार्मोन्स में भी इजाफा होने लगता है.
रॉक सॉल्ट खाने के फायदे
रॉक सॉल्ट में सोडियम टेबल साल्ट की अपेक्षा कम मात्रा में पाया जाता है. हालांकि सोडियम लगभग सभी नमक में मौजूद रहता है. शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ने से आप दिल से जुड़ी बीमारियों का भी शिकार हो सकते हैं. इसके अलावा सोडियम वजन बढ़ने और खून की नसों में पानी बढ़ाने का काम करता है. इसलिए हद से ज्यादा रॉक सॉल्ट खाना सेहत के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है.
आयोडीन Vs सोडियम
सेहत को लेकर सजग रहने वाली अनु आहुजा के अनुसार, उन्होंने खाने में इस्तेमाल होने वाले टेबल सॉल्ट को रॉक सॉल्ट से रिपलेस कर दिया. उनका मानना है कि रॉक सॉल्ट मिनरल से भरपूर होने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में भी मददगार होता है. हालांकि जानकारों के मुताबिक टेबल सॉल्ट में सोडियम और आयोडीन दोनों मौजूद रहते हैं. वहीं रॉक सॉल्ट को सिर्फ सोडियम का बेहतर सोर्स माना जाता है. ऐसे में हेल्दी रहने के लिए आयोडीन का सेवन बेहद जरूरी होता है. इसलिए सिर्फ रॉक सॉल्ट का सेवन करना या फिर टेबल नमक को पूरी तरह से अवॉयड करना आपके लिए कई बीमारी का कारण बन सकता है