माइग्रेन के लक्षण – Migraine Symptoms in Hindi
जब आप के सिर के एक हिस्से में बुरी तरह धुन देने वाले मुक्कों का एहसास होता है, और लगता है कि सिर अभी फट जाएगा या आप जब काम कर रहे है और उसी समय अत्यंत दर्द हो और काम करना भी मुश्किल हो जाए. अगर इनमें से किसी भी प्रश्न का उत्तर हां में है, तो इस बात की पूरी संभावना है कि आपको माइग्रेन हुआ है। ज्यादातर लोगों को माइग्रेन का पता तब चलता है, जब वे कई साल तक इस समस्या को झेलने के बाद इसके लक्षणों के आदि हो जाते हैं.
माइग्रेन के मुख्य कारण – Migraine Causes in Hindi
Migraine होने का मुख्य कारण सबसे ज्यादा काम करना, हर समय तनाव में रहना, सही समय पर भोजन न करना, धूम्रपान, परफ्यूम और बहुत कम या ज्यादा नींद लेना हो सकते हैं. इसके अलावा हार्मोनल परिवर्तन, सिर पर चोट लगना, आंखों पर स्ट्रेस पड़ना या तेज रोशनी, एक्सरसाइज न करने से भी माइग्रेन की समस्या उत्पन्न हो सकती है.
माइग्रेन से बचने के घरेलू उपाय – Migraine Home remedies in Hindi
नींबू के छिलके को पीसकर इसका लेप माथे पर लगाने से माइग्रेन में होने वाले सिरदर्द से राहत मिलती है.
माइग्रेन में हमे खाने के टाइम टेबल का भी बहुत ही ध्यान रखना होता है क्योकि अगर आप ज्यादा देर तक भूखे और बिना कुछ खाना खाये रहें तो माइग्रेन का दर्द दुबारा शुरू हो जाता है.
सोते समय रात को लाइट बंद करके सोएं. क्योकि तेज़ रौशनी माइग्रेन के लक्षणों को ज्यादा बढ़ा देती हैं इसलिए हमेशा लाइट बंद करने के बाद एक अंधेरे कमरे में ही सोएं
माइग्रेन का दर्द होने पर कपूर को घी में मिलाकर सिर पर हल्के हाथों से मालिश करें जिससे दर्द में का बहुत फी आराम मिलेगा.
हरी पत्तेदार सब्जियों और फल जैसे – गाजर, पालक, खीरा का सेवन करें और जहां तक हो सके मौसमी फल और हरी सब्जियाँ का उपयोग ज्यादा करें.
माइग्रेन की समस्या के दौरान रात में हल्का तथा फाइबर युक्त भोजन करें, ये आपके पेट के पाचन तंत्र को सही रखता है और पेट सम्बन्धी समस्याओं से भी बचाता है.
माइग्रेन होने पर हल्के हाथों से अपने सिर की मालिश कर सकते हैं. अगर आप अपने सर या कंधे की मालिश करते हैं तो माइग्रेन में बहुत आराम मिलता है.
दर्द में आइस पैक लगाने से बहुत आराम मिलता है. अगर आप इसे अपने सर या गर्दन के आस पास रखे तो ये आपके ब्लड सर्कुलेशन को नियंत्रित कर सकता है.