मछली खाने के नुक्सान
आइये हम आपको आज इस आलेख में मछली के नुक्सान के बारे में बताते हैं ।
अस्थमा
विश्व के कईं शोधकर्ताओं ने कहा है कि अगर आप रोज़ मछली का सेवन कर रहे हैं तो उससे आपको अस्थमा कि शिकायत महसूस हो सकती है। सिर्फ अस्थमा ही नहीं, बल्कि मछली रोज़ खाने से आपको प्रोस्ट्रेट कैंसर होने की संभावना भी रह सकती है। ऐसा ना हो, उसके लिए आपको रोज़ मछली खाने कि जगह उसका सेवन हफ्ते में एक या दो बार करना होगा। अगर रोज़ खाएंगे तो काफी साड़ी घातक बीमारियां लगने का संकट भी आपको उठाना पढ़ सकता है।
दिमाग अथवा आँखों से सम्बंधित बीमारियां
वह लोग जो मछलियां ज़्यादा खाते हैं , उन्हें तो खासकर ध्यान देता पढ़ सकता है क्यूंकि इससे उन्हें आँख और दिमाग से सम्बंधित बीमारियां हो सकती हैं। ऐसा इसलिए है क्यूंकि मछली में ऑक्सीजन को सोख लेने कि क्षमता होती है और यह क्षमता मछली के मर जाने के बाद भी उतनी ही रहती है। उसे खाने के बाद आपके शरीर में ऑक्सीजन के बहाव में भारी गिरावट आ सकती है। इसके कारण आपके आँख और दिमाग में बीमारियां होने कि संभावना बढ़ जाती है।
स्किन कैंसर
क्या आप विश्वास कर सकते हैं कि मछली खाने से स्किन कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी भी हो सकती है ? यह सत्य है। स्किन कैंसर का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है और काफी डॉक्टर्स के अनुसार मरीज़ों में से सबसे ज़्यादा वे लोग हैं जो रोज़ मछली खाते हैं।
डायबिटीज
मछली खाने से डायबिटीज का खतरा भी बढ़ने कि संभावना रहती है। ऐसा इसलिए है क्यूंकि मछलियों में शुगर कि मात्रा ज़्यादा होती है और इसकी वजह से आपके शरीर में शुगर का स्तर बढ़ेगा और आप डायबिटीज का शिकार बन सकते हैं।
मरकरी कि मौजूद्गी से होने वाली बीमारियां
मेथ्य्लमर्क्युरी जिसे आम तौर पर मरकरी कहा जाता है, मछलियों में मौजूद होता है। मरकरी हमारे शरीर को कईं तरह से नुक्सान पंहुचा सकता है। यदि आप आम तौर पर रोज़ मछली का सेवन कर रहे हैं तो आपको यह जानना ज़रूरी है कि आपके शरीर में मरकरी का आगमन भी शुरू हो चुका है। मरकरी एक ऐसा तत्व है जो हमारे सेंट्रल नर्वस सिस्टम के लिए काफी ज़्यादा हानिकारक है। अगर हमारे शरीर का सेंट्रल नर्वस सिस्टम ही काम करना बंद करदे तो उससे जुड़ी हुई कईं बीमारियां हमे हो सकती है जैसे कि सर दर्द, याददाश्त खोना, मांसपेशियों में कमजोरी और कईं सारी दूसरी बीमारियां।