किडनी हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है. ये पेट के अंदर दोनों तरफ लटकी रहती है. हमारे शरीर के अंदर विभिन्न प्रक्रियाओं के दौरान हमेशा टॉक्सिन बनता रहता है. किडनी इन टॉक्सिन को छानकर शरीर से पेशाब के रास्ते फ्लश आउट कर देती है. इस प्रकार किडनी शरीर में लिक्विड को बैलेंस भी करती है. अगर किडनी के फंक्शन में खराबी आती है तो हमारे शरीर का पूरा केमिकल बैलेंस बिगड़ जाता है. जब शरीर में अनहेल्दी फूड जाता है तो उससे बने केमिकल से बहुत ज्यादा टॉक्सिन बनने लगते हैं. जब टॉक्सिन बहुत ज्यादा होने लगता है तब किडनी इसे निकालने में असमर्थ होने लगती है. इससे किडनी का फंक्शन खराब होने लगता है.
आधुनिक लाइफस्टाइल में हमारा खान-पान जिस तरह से केमिकल से भरा होता है, उसमें हमारी किडनी पर बहुत ज्यादा बोझ होने लगा है. इसलिए समय-समय पर किडनी की सफाई करना जरूरी है. यदि समय-समय पर कुछ हर्ब्स का इस्तेमाल करते रहेंगे तो आपकी किडनी नेचुरली साफ होती रहेगी और यह दवाई से ज्यादा स्थायी और असरदार होंगे.
इन हर्ब्स से करें किडनी की सफाई
उवा उर्सी-किडनी की सफाई के लिए उवा उर्सी हर्ब्स बहुत फायदेमंद है. टीओआई की खबर के मुताबिक उवा उर्सी को बेयर बेरी कहा जाता है. यह जंगली पौधा है. उवा उर्सी में एंस्ट्रिग्नेंट गुण होता है शरीर से हानिकारक टॉक्सिन को बाहर करता है. इसके साथ ही किडनी में इंफेक्शन फैलाने वाले बैक्टीरिया को खत्म करता है. उवा उर्सी की पत्तियों से चाय बनाकर पी जाती है.
पार्सले-पार्सले भी जंगली पौधा होता है. यह धनिया और अजवाइन के पत्ते की तरह ही होता है. इसे अजमोद भी कहा जाता है. पार्सले में ल्यूटियोलीन नाम का एंटीऑक्सीडेंट्स पाया जाता है. यह नेचुरल डाययूरेटिक हर्ब्स है जो किडनी को नेचुरली सफाई करता है. पार्सले की भी चाय बनाकर पी जाती है. इसे आप सलाद में भी मिलाकर खा सकते हैं.
ग्रेवेल रूट-ग्रेवेल रूट को कई नामों से जाना जाता है. इसे पर्पल बोनसेट, दोई पये, क्वीन ऑफ दे मीडो भी कहा जाता है. ग्रेवेल रूट यानी इस पौधा की जड़ में डाययूरेटिक गुण पाया जाता है. ग्रेवेल रूट मूत्र संबंधी तमाम दिक्कतों को दूर करता है.
होर्सेटेल-होर्सेटेल एक प्रकार की घास है. इसमें डाययूरेटिक गुण होता है. ये किडनी में मौजूद हानिकारक टॉक्सिन को बाहर निकालने में माहिर है. इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो किडनी में मौजूद हर तरह के हानिकारक बैक्टीरिया को मार देते हैं.