कैंसर के ये शुरुआती लक्षण बन सकते है बाद में मुसीबत का कारण, जानिए

दुनियाभर में अब भी जिन बीमारियों को सबसे घातक और इलाज के नजरिए से कठिन माना जाता रहा है, कैंसर उनमें से एक है।

Update: 2022-01-25 12:48 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| दुनियाभर में अब भी जिन बीमारियों को सबसे घातक और इलाज के नजरिए से कठिन माना जाता रहा है, कैंसर उनमें से एक है। आंकड़ों पर नजर डालें तो हर साल लाखों लोगों में कैंसर का निदान किया जा रहा है, इनमें से ज्यादातर की मौत हो जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक कैंसर विश्व स्तर पर मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है। साल 2018 में अनुमानित 9.6 मिलियन से अधिक लोगों की मौत इस घातक बीमारी के कारण हो गई। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कैंसर से मौत के दो प्रमुख कारण हैं, पहला-समय पर बीमारी का निदान न हो पाना और दूसरा कैंसर के इलाज का अभाव।

विशेषज्ञ कहते हैं, यदि समय रहते इसके लक्षणों की पहचान करके इलाज शुरू कर दिया जाए तो जान बचाने की संभावना बढ़ जाती है। जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन ने एक रिपोर्ट में इन्हीं बातों को ध्यन में रखते हुए कैंसर के कुछ लक्षणों के बारे में बताया है जिनपर लोगों को गौर करने की सलाह दी जाती है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इनमें से अगर आपमें कोई एक लक्षण मौजूद है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको कैंसर है ही, इस बारे में डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें। इन लक्षणों के आधार पर अंदाजा जरूर लगाया जा सकता है।
लगातार वजन कम होने की समस्या

लगातार वजन घटते रहना
कैंसर वाले लोगों में वजन कम होना आम है। इसे रोग का पहला दिखाई देने वाला लक्षण माना जा सकता है। कैंसर डॉट नेट (यूएसए) का कहना है कि 40 प्रतिशत कैंसर रोगियों को अप्रत्याशित रूप से वजन कम होने की समस्या का अनुभव होता है। डॉक्टरों के मुताबिक यह समस्या कैशेक्सिया नामक वेट लॉस सिंड्रोम के कारण हो सकती है। इसमें रोगियों का मेटाबॉलिज्म बढ़ जाता है, कंकाल के मांसपेशियों की हानि, थकान, भूख की कमी और जीवन की गुणवत्ता में कमी जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं।
शरीर में अक्सर दर्द की समस्या

शरीर में अप्रत्याशित रूप से दर्द
अध्ययनों के मुताबिक कुछ प्रकार के कैंसर के लक्षण में लोगों को दर्द की समस्या बनी रह सकती है। उदाहरण के लिए, हड्डी का कैंसर अक्सर शुरू से ही दर्द करता है। वहीं ब्रेन ट्यूमर के कारण सिरदर्द होता है जो कई दिनों तक रहता है और इलाज से ठीक नहीं होता है। जॉन्स हॉपकिन्स की रिपोर्ट कहती है कि शरीर में अप्रत्याशित रूप से दर्द बने रहने की समस्या को लेकर डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें
त्वचा के संकेतों का रखें ध्यान
त्वचा में परिवर्तन
विशेषज्ञों के मुताबिक कुछ प्रकार के कैंसर में लोगों को त्वचा में बदलाव देखने को मिल सकती है। शरीर पर असामान्य रूप से गांठों या निशान का देखा जाना त्वचा कैंसर का संकेत हो सकता है। त्वचा पर दिखने वाले धब्बों से खून बहना और इसका आसानी से ठीक न होना त्वचा कैंसर के लक्षण हो सकते हैं । इसी तरह से मुंह का कैंसर, मुंह में छाले के साथ शुरू होता है। इन संकेतों को ध्यान में रखना चाहिए।

लगातार थकान की समस्या

थकान
जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन की रिपोर्ट में कहा गया है कि कैंसर रोगियों में लगातार थकान बने रहने की समस्या भी काफी आम देखी गई है। शरीर को आराम देने के बाद भी थकान कम न होने को कैंसर का प्रारंभिक संकेत माना जा सकता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक कैंसर को बढ़ने के लिए आपके शरीर के पोषक तत्वों की जरूरत पड़ती है, इन पोषक तत्व की कमी के कारण लोगों को थकान होती है। हालांकि सिर्फ थकान को ही कैंसर नहीं माना जा सकता है। थकान के बहुत सारे अंतर्निहित कारण भी होते हैं, उनमें से कई कैंसर से संबंधित नहीं होते हैं। इस बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।


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