क्या आपको शरीर में दर्द, टांगों में सूजन और जोड़ों में गंभीर दर्द या सूजन रहती है? शरीर के खून में अगर यूरिक एसिड की मात्रा अधिक बढ़ जाए तो इस तरह की परेशानियां बढ़ जाती है। आज के समय में यूरिक एसिड की समस्या बड़ी कॉमन हो चुकी है। यूरिक एसिड शरीर में एक गंदगी की तरह जमा होता है। यूरिक एसिड शरीर में प्यूरीन के टूटने से बनता है। प्यूरीन आपके द्वारा खाए गए खाद्य पदार्थों से शरीर में जाता है। यूरिक एसिड यूरिन के द्वारा शरीर से बाहर जाता है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि किडनी शरीर से यूरिक एसिड बाहर निकालने में असमर्थ रहती है या फिर कभी-कभी शरीर में यूरिक एसिड ज्यादा बन जाता है। धीरे-धीरे ये यूरिक एसिड क्रिस्टल का रूप ले लेता है और जोड़ों के आसपास जमा होने लगता है। जिससे जोड़ों में दर्द, अकड़न जैसी परेशानियां होने लगती है। खून में यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ लेवल गाउट का कारण बन सकता है। इतना है नहीं, इससे आपकी किडनियों में पथरी भी हो सकती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह गंदा पदार्थ बियर या शुगरी ड्रिंक्स से नहीं बढ़ता है बल्कि आपके द्वारा खाए जाने वाले कुछ हेल्दी फूड्स भी इसका लेवल तेजी से बढ़ाते हैं। तो चलिए आज हम जानते हैं कि वे कौन-कौन से हेल्दी फूड्स हैं जो शरीर में यूरिक एसिड लेवल को बढ़ाने का काम करते हैं।
फ्रूट जूस
फ्रुक्टोज और शुगर वाले पेय पदार्थ की वजह से यूरिक एसिड को तेजी से बढ़ने में मदद करते हैऔर गाउट रोग की गंभीरता को बढ़ा सकते हैं। बेशक फ्रूट जूस में प्यूरीन की मात्रा अधिक नहीं होती है लेकिन फ्रुक्टोज होने की वजह से यह यूरिक एसिड लेवल बढ़ा सकते हैं। ऐसे पेय पदार्थ शरीर में कुछ सेलुलर प्रक्रियाओं को सक्रिय करके यूरिक एसिड को बढ़ाते हैं।
सेब
सेब भी प्राकृतिक फ्रक्टोज का एक रूप है। सेब को बहुत अधिक सेवन गाउट या गठिया की स्थिति को और भी खराब कर सकता है।
खजूर
खजूर कम प्यूरीन वाला फल होता है, लेकिन इसमें फ्रक्टोज की मात्रा अधिक होती है। खजूर को खाना भी सही नहीं है क्योंकि वे आपके खून में फ्रक्टोज की मात्रा बढ़ा सकता है जो खतरे का संकेत है।
रोटी और चावल
गाउट के दौरान रिफाइंड कार्ब्स जैसे सफेद ब्रेड, केक, सफेद चावल, चीनी और कुकीज़ आदि का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसे खाद्य पदार्थों में न तो प्यूरीन ज्यादा होता है और न ही फ्रुक्टोज लेकिन इनमें पोषक तत्व कम होते हैं जिससे शरीर में यूरिक एसिड बढ़ सकता है।
प्रोसेस्ड फूड
अगर आपको गाउट है तो प्रोसेस्ड फूड जैसे स्नैक्स, फ्रोजन मील्स आदि के सेवन से बचना चाहिए। गाउट वाले लोगों के लिए इस तरह के खाद्य पदार्थ अन्हेल्दी साबित हो सकते हैं और जोड़ों में गठिया की समस्या को बढ़ा सकते हैं।
फिश
कुछ प्रकार की मछलियों जैसे anchovies, shellfish, sardines और tuna में प्यूरिन की मात्रा अधिक होती है। गाउट के मरीजों को इनके सेवन से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि सीफूड का सेवन प्रति दिन 6 औंस से कम होना चाहिए।
ऑर्गन मीट
किडनी, लिवर और स्वीटब्रेड जैसे ऑर्गन मीट में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है और अगर आप गाउट या गठिया के मरीज हैं, तो आपको इनके सेवन से बचना चाहिए।
सीफूड
केकड़ा, झींगा, ऑयस्टर, और शेल्फिश जैसे सीफूड गाउट का कारण बन सकते हैं। खासकर Roe और Milt में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है और यदि आप गाउट से पीड़ित हैं तो आपको इनसे किसी भी कीमत से बचना चाहिए।
चीकू
चीकू भी एक फ्रक्टोज माना जाता है। इसलिए, यूरिक एसिड को कम करने के सिए चीकू से बचना चाहिए।
कम फ्रक्टोज वाले फल और सब्जियां (प्रति 100 ग्राम)
ब्लैक करंट (2.98 ग्राम)
आंवला (2.1 ग्राम)
खरबूजे (0.62 ग्राम)
आडू (1.15 ग्राम)
अनानास (1.21 ग्राम)
अनार (1.01 ग्राम)