न्यूट्रिशनिस्ट शेरिल सलिस, हमें किचन में आसानी से मिल जानेवाले 7 वेगन फ़ूड्स के बारे में जानकारी दे रही हैं, जो प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में हमारी मदद करेंगे.
कोविड-19 महामारी की वजह से पिछले साल से अब तक हमारी बातचीत लगभग इम्यूनिटी सिस्टम को मज़बूत करने के इर्दगिर्द ही घूम रही है. लोग अपने खानपान पर पहले से कहीं ज़्यादा ध्यान दे रहे हैं. वो क्या खा रहे हैं और वह सब उनके शरीर और स्वास्थ को किस तरह से प्रभावित कर रहा है इस बारे में काफ़ी दिलचस्पी ले रहे हैं. यदि आप वेगन फ़ूड फ़ॉलोवर हैं और सोच रहे हैं कि आपकी इम्यून सिस्टम को बढ़ानेवाले कौन से स्नैक्स और फ़ूड्स हैं और क्या वो आपकी रसोई में मौजूद हैं, तो न्यूट्रिशनिस्ट शेरिल सलिस के पास आपके इन सभी सवालों और उलझनों का जवाब है. उन्होंने सात ऐसे फ़ूड्स के बारे में बताया है, जिन्हें आप अपने इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने के लिए अपनी वेगन डायट में शामिल कर सकती हैं. लिस्ट नीचे दी गई है.
कोल्ड प्रेस्ड वर्ज़िन कोकोनट ऑयल
अपने ढेरों स्वास्थ्य संबंधी फ़ायदों की वजह से वर्ज़िन कोकोनट ऑयल को एक नैचुरली सुपरफ़ूड की तरह देखा जाता है. यह इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने, एनर्जी को बढ़ाने और वज़न को संतुलित बनाए रखने में सहायता करता है. कोकोनट ऑयल में पाया जानेवाला मोनोलॉरिन ऐंटी-वायरल एजेंट के रूप में कार्य करता है. कोकोनट ऑयल का उपयोग खाना पकाने, वेगन डिज़र्ट बनाने, सलाद की ड्रेसिंग करने और बेसिक सब्ज़ियों को पकाने के लिए किया जाता है.
काली मिर्च
मसालों के राजा, काली मिर्च में ऐंटी-इंफ़्लेमेटरी इफ़ेक्ट और पावरफुल ऐंटी-ऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं. यह न्यूट्रिशन के बायोएवेलेविलिटी (जैविक उपलब्धता) को बढ़ाता है. हल्दी और काली मिर्च एक असाधारण कॉम्बिनेशन है. पिपेरिन, जो कि काली मिर्च में पाया जाता है, वह हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन के अवशोषण को बढ़ाता है.
हल्दी
हल्दी में ऐंटी-इंफ़्लेमेटरी गुण और शक्तिशाली ऐंटी-ऑक्सिडेंट पाए जाते हैं. हल्दी एक भारतीय मसाला है, जिसका प्रयोग लगभग हर सब्ज़ी और कढ़ी में किया जाता है. इसके अलावा, हल्दी और गर्म दूध को आम सर्दी और ख़ांसी को ठीक करने के लिए पीते हैं. वेगन फ़ूड फ़ॉलो करनेवाले हल्दी को बादाम और सोया मिल्क में मिलाकर पी सकते हैं.
लहसुन
लहसुन एक बहुत ही बढ़िया ऐंटी-माइक्रोबेल एजेंट है, जिसमें इम्यूनिटी बढ़ाने वाला गुण मौजूद होता है. अधिक लाभी के लिए इसे छोटे टुकड़ों में काटकर कच्चा चबाने की सलाह दी जाती है. इससे आप कोई डिप या चटनी बना सकते हैं. यह आपके आंत तक पहुंचकर उसमें मौजूद हानिकारक कीटाणुओं को भी मारने का काम करता है, जिससे गट हेल्थ बनी रहती है.
.
5. कलौंजी
इसे प्याज़ के बीज के रूप में भी जाना जाता है. यह ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स का अच्छर स्रोत माना जाता हैं. इसमें ऐंटी-बैक्टीरियल, ऐंटी-इंफ़्लेमेटरी और ऐंटी-बैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं. यह इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करता है और इस वजह से कोविड-19 महामारी के दौरान इसका इस्तेमाल बढ़ा है.
रात भर भिगोया और फ़र्मेंटेड चावल
कुछ टेबलस्पून पकाए हुए सफ़ेद चावल को थोड़ा-सा पानी डालें और उसे क्ले या मड पॉट में भिगोकर पूरी रात के लिए छोड़ दें. सुबह के समय चावल को छानकर ख़ाली पेट खाएं. आप इसमें दही, प्याज़ और हरी मिर्च काटकर मिक्स करके नाश्ते के तौर पर खा सकते हैं. यह प्रोबायोटिक और विटामिन बी 12 का एक अच्छा स्रोत है, जिसका वेगन पॉप्यूलेशन में कमी होती है. नैचुरल प्रोबायोटिक स्रोतों का उपयोग करके आप एक हेल्दी गट पा सकते हैं. इससे आपको विटामिन बी 12 की कमी करने और एक मज़बूत इम्यून सिस्टम पाने में मदद मिलेगी.
अदरक
अदरक को मुख्यतौर से पाचन में सुधार के लिए जाना जाता है. इसमें ऐंटी-बैक्टीरियल, ऐंटी-इंफ़्लेमेटरी और ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स गुण मौजूद होते हैं, जो एक बेहतरीन इम्यूनिटी बुस्टर की तरह काम करते हैं. यह सामान्य सर्दी-जुक़ाम से बचाने का काम करता है. अदरक की चाय गले में खराश और नॉर्मल सर्दी-जुक़ाम को ठीक करने के लिए मशहूर है. वेगन फ़ूड फ़ॉलोवर्स के लिए यह एक बढ़िया विकल्प है.