सफलता की कुंजी: समय पर कार्य पूरा करने वाले कभी नहीं होते असफल
सफलता की कुंजी
Safalta Ki Kunji : चाणक्य की चाणक्य नीति के अनुसार जीवन में यदि सफलता प्राप्त करनी है तो कुछ गुणों को अपनाने पर जोर देना चाहिए. चाणक्य का मानना था कि जो व्यक्ति श्रेष्ठ गुणों से युक्त होता है. उसे सफलता के लिए अधिक संघर्ष नहीं करना पड़ता है.
आज के दौर में हर व्यक्ति सफलता प्राप्त करना चाहता है. इसके लिए व्यक्ति अपने स्तर और क्षमता से भरपूर प्रयास भी करता है लेकिन फिर भी उसे सफलता प्राप्त नहीं होती है. ऐसी स्थिति में व्यक्ति को निराश और हताश नहीं होना चाहिए. विद्वानों का मत है कि व्यक्ति को असफलताओं से भी सीखना चाहिए. गीता में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि श्रेष्ठ व्यक्ति अपनी विफलताओं से भी सीखता है. जो स्वयं की कमियों का आंकलन नहीं करता है, उसे सफलता प्राप्त करने में संघर्ष का सामना करना पड़ता है. जीवन में यदि सफलता प्राप्त करनी है तो इन बातों का ध्यान रखें.
कल पर कोई कार्य न टालें
विद्वानों के अनुसार जो व्यक्ति आज के कार्य को कल पर टालता है उसे सफलता देर से मिलती है. या फिर ऐसे लोगों को सफलता प्राप्त करने के लिए अधिक परिश्रम करना पड़ता है. इस स्थिति से बचने के लिए व्यक्ति को सर्वप्रथम आलस का त्याग करना चाहिए. आलस ही व्यक्ति का सफलता में सबसे बड़ा बाधा बनता है. इसलिए इससे दूरी बनाएं.
योजना बना कर कार्य करें
विद्वानों की मानें तो जो व्यक्ति रणनीति बनाकर कार्य करते हैं वे सफलता प्राप्त करते हैं. योजना बनाने से कार्य को बेहतर ढंग से करने की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए किसी भी कार्य को करने से पहले उसकी रूपरेखा जरूर बनानी चाहिए.