बेटियों को बचपन से सिखाएं ये जरूरी बातें
आज के दौर में बेटियां किसी से पीछे नहीं हैं. पढ़ाई से लेकर करियर बनाने तक लड़कियां हर चीज में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती नजर आती हैं.
आज के दौर में बेटियां किसी से पीछे नहीं हैं. पढ़ाई से लेकर करियर बनाने तक लड़कियां हर चीज में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती नजर आती हैं. वहीं बेटियों को कामयाबी दिलाने में माता-पिता का भी अहम योगदान रहता है. ऐसे में पैरेंट्स अगर चाहें तो बिटिया को बचपन से ही कुछ बातें समझाकर भविष्य में उन्हें सेल्फ डिपेंडेंट (Self dependent) बना सकते हैं.
दरअसल, कुछ लोगों के अनुसार बेटियों को सेल्फ डिपेंडेंट बनाने के लिए सिर्फ बेहतर शिक्षा ही काफी होती है. लेकिन वास्तव में लाइफ की कुछ बेसिक बातें भी बेटियों की आत्मनिर्भर बनाने का काम करती हैं. वहीं बेटियों के अंदर बचपन से ही स्किल डेवलेपमेंट करने से न सिर्फ बेटियों की पर्सनालिटी निखरती है बल्कि भविष्य में उनके कामयाब होने का रास्ता भी आसान हो जाता है. तो आइए जानते हैं बिटिया को सेल्फ डिपेंडेंट बनाने के कुछ टिप्स.
अपना ख्याल रखना सिखाएं
बचपन में बेटियों को सेल्फ डिपेंडेंट बनाने की पहल उनके जरिये ही करें. जी हां, बेटियों को बचपन से ही अपना ध्यान खुद रखना सिखाएं. इसलिए बेटियों को बताएं कि उन्हें अपनी देखभाल कैसे करनी चाहिए. क्योंकि खुद को तवज्जो देने से ही बेटियां अपनी सफलता का मार्ग सुनिश्चित कर सकेंगी.
जिंदगी के अहम निर्णय लेना सिखाएं
लड़कियों को आत्म-निर्भर बनाने के लिए उन्हें अपने फैसले खुद करना सिखाएं. इससे बेटियां अपने फैसलों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहेंगी और अपनी जिंदगी के सारे जरूरी फैसले खुद से लेना सीख जाएंगी.
सतर्कता है जरूरी
जब बेटियां अपने फैसले खुद लेना सीखेंगी, तो जाहिर है इस दौरान उनके कुछ फैसले गलत भी हो सकते हैं. ऐसे में बेटियों को हर कदम सोच-समझ कर उठाने की सलाह देने के साथ-साथ पिछली बातों से सबक लेकर जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दें.
हक की लड़ाई
कई बार समाज या परिवार के दबाव में आकर ज्यादातर लड़कियां लाइफ के साथ समझौता कर लेती हैं. ऐसे में बेशक लड़कियों को रिश्तों की रिस्पेक्ट करना सिखाएं. मगर, साथ ही साथ उन्हें अपने हक के लिए आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित करना न भूलें.
बेटियों को भी दें फ्रीडम
कुछ पैरेंट्स अमूमन बेटियों का लाड़-दुलार करने के बावजूद उन्हें अपनी आंखों के आगे ही रखना पसंद करते हैं. ऐसे में ज्यादातर लड़कियों को अकेले घर से बाहर जाने की आजादी नहीं होती है. जिसके चलते लड़कियों को दुनियादारी की ज्यादा समझ नहीं हो पाती है. इसलिए बेटियों को सेल्फ डिपेंडेंट बनाने के लिए उन्हें बेटों की तरह घूमने फिरने की आजादी देने की कोशिश करें.