क्रोनिक बीमारी होने के चलते डायबिटीज कई बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है. बदलती लाइफस्टाइल की वजह से आज बड़ी संख्या में लोग डायबिटीज (Diabetes) की चपेट में आ रहे हैं. युवाओं में भी यह बीमारी धीरे-धीरे बढ़ रही है. ब्रिटेन की डायबेटिक संस्था के अनुसार, पिछले चार-पांच साल में वहां 40 से कम उम्र के लोगों में भी डायबिटीज के मामले 23 प्रतिशत तक बढ़े हैं. यह हाल सिर्फ ब्रिटेन का नहीं है बल्कि भारत का भी है. यहां भी 30-40 साल को लोगों में डायबिटीज तेजी से बढ़ रहा है. आइए जानते हैं किस उम्र में डायबिटीज का खतरा सबसे ज्यादा रहता है और इससे बचाव के लिए क्या करना चाहिए...
सबसे ज्यादा किस उम्र में डायबिटीज का रिस्क
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 45 साल की उम्र के बाद टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क सबसे ज्यादा बढ़ जाता है. अमेरिका में 14% लोगों में इस तरह की डायबिटीज पाई गई है. उन सभी की उम्र 45 से 64 साल तक है. 18 से 44 साल की उम्र वालों से यह संख्या करीब 5 गुना अधिक है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ता है डायबिटीज का रिस्क भी बढ़ता ज्यादा है. 65 साल या उससे ज्यादा वालों में भी टाइप टू डायबिटीज पाया जाता है.
डायबिटीज से बचना है तो 5 काम करें
1. सबसे पहले अपनी लाइफस्टाइल को बेहतर बनाएं. न ज्यादा मीठा और ना ही ज्यादा नमकीन खाएं. ऑयली चीजों से जितना हो सके उतनी दूरी बनाएं, हरी सब्जी खाएं और जंक फूड, शराब, सिगरेट से परहेज करें.
2. रोजाना एक्सरसाइज करें. अगर वर्कआउट नहीं कर पा रहे हैं तो कम से कम नियमित तौर पर 3 कमी तक चलने की कोशिश करें.
3. जल्दी सोएं और सुबह जल्दी उठने की कोशिश करें. पर्याप्त नींद न पूरी हो पाने पर ब्लड शुगर बढ़ सकता है. तनाव लेने से बचें. स्ट्रेस और एंग्जाइटी हो तो सबसे पहले उससे बाहर निकलने की कोशिश करें.
4. अगर आपका वजन बढ़ा है तो उसे जल्दी से जल्दी कम करें. बढ़ा वजन अपने साथ डायबिटीज समेत कई बीमारियां लेकर आता है.
5. जितना हो सके उतना हेल्दी वातावरण में काम करने की कोशिश करें. काम जो भी करें मन से करें. उस काम को बिल्कुल न करें, जिसमें मन नहीं लगता है. वरना तनाव और प्रेशर बढ़ने से इस तरह की समस्याएं होंगी.