एसिडिटी से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू नुस्ख़े
हमारे शरीर में आवश्यकता से अधिक एसिड सिक्रीट होने से हमें एसियडिटी की समस्या होती है
क्या आप भी पेट दर्द, गैस, सांसों की दुर्गंध, उबकाई आने इत्यादि समस्याओं से परेशान हैं? ये लक्षण एसिडिटी के हो सकते हैं. हमारी सुस्त और तनावपूर्ण जीवनशैली की वजह से आजकल एसिडिटी की समस्या बहुत आम होती जा रही है. हमारे शरीर में आवश्यकता से अधिक एसिड सिक्रीट होने से हमें एसियडिटी की समस्या होती है. यह आमतौर पर तीखे और मसालेदार भोजन की वजह से होता है. पाचन करने में मदद करनेवाले एसिड्स के असंतुलन की वजह से होनेवाली इन समस्याओं के लिए हर बार दवा खाने से बेहतर है कि आप इन खाद्य पदार्थों की मदद से एसिडिटी को नियंत्रित करने की कोशिश करें. हम बता रहे हैं एसिडिटी से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू नुस्ख़े.
दूध
दूध में बड़ी मात्रा में कैल्शियम होता है और यह एसिडिटी को ख़त्म करने में मदद करता है. इसके अलावा ठंडा दूध एसिडिटी की वजह से गले और सीने में होनेवाली जलन से तुरंत आराम पहुंचाता है.
तुलसी
तुलसी पेट को ज़्यादा म्यूकस पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करती है और इसके ऐंटी-अल्सर गुण गैस्ट्रिक एसिड्स के प्रभाव को कम करते हैं. जब भी आपको एसिडिटी महसूस हो, तुरंत तुलसी के कुछ पत्ते चबाएं और आराम पाएं.
केला
केले में पोटैशियम और ढेर सारा फ़ाइबर होता है, जो पेट में एसिड के स्तर को संतुलित करता है. ज़्यादा पका केला एसिडिटी के लिए अच्छा होता है, क्योंकि उसमें पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है.
सौंफ
सौंफ
इसमें ऐंटी-अल्सर गुण होते हैं. इसके अलावा यह कब्ज़ में राहत देता है और पेट को ठंडा करने की क्षमता रखता है. इसी वजह से हमारे देश में रेस्तरां में खाने के बाद सौंफ देने की आम परंपरा है. यदि आपको एसिडिटी की समस्या है तो सौंफ के कुछ दाने पानी में उबाल लें और इसे रातभर रखा रहने दें. दूसरे दिन इस पानी को पिएं.
Spice
इलायची
यह पाचन को प्रोत्साहित करती है, पेट की मरोड़ में आराम पहुंचाती है और पेट की अंदरूनी परत को ठंडक पहुंचाती है, जिससे ज़रूरत से ज़्यादा एसिड प्रोडक्शन नहीं होता. आवश्यकतानुसार इलायची लें और कूटकर उसे पानी में डालकर उबाल लें. इसे ठंडा कर पिएं. इससे एसिडिटी में तुरंत राहत मिलेगी.
लौंग
लौंग में वात को ख़त्म करने का गुण होता है और यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने की क्षमता रखता है. इसे दांतों के नीचे रखनेभर से इसका तेज़ स्वाद आपके पूरे मुंह में फैल जाता है. इसका यही स्वाद बड़े पैमाने पर लार बनाने में मदद करता है, जो कि पाचन प्रक्रिया में मददगार होती है. और अच्छे पाचन का मतलब है एसिडिटी की छुट्टी.