क्या बच्चे के पैदा होते ही करानी चाहिए ब्रेस्टफीडिंग, जानें एक्सपर्ट्स की राय
लाइफस्टाइल: ब्रेस्टफीडिंग कराने से मां की सेहत अच्छी रहती है और बच्चे को भी फायदा मिलता है. मां के दूध में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं. यह बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत जरूरी है. डॉक्टरों का कहना है कि नवजात बच्चे के लिए मां का दूध बहुत जरूरी है.
क्या बच्चे के पैदा होते ही करानी चाहिए ब्रेस्टफीडिंग? जानें एक्सपर्ट्स की राय
ब्रेस्ट फीडिंग कराने के हैं कई फायदे
दुनियाभर में इस हफ्ते को 2023 के रूप में मनाया जा रहा है. इसका मकसद स्तनपान के बारे में जागरूक करना है. जिससे मां और बच्चा दोनों का स्वास्थ्य अच्छा रहे. डॉक्टरों के मुताबिक, शिशु के पूरे पोषण के लिए मां का दूध बहुत जरूरी है. मां की सेहत के लिए भी ब्रेस्टफीडिंग काफी फायदेमंद है. इससे मां कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बच सकती है. मां के दूध में 400 तरह के पोषक तत्व होते हैं. यह बच्चे के फिजिकल और मेंटल हेल्थ को सही रखने और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. दूध में बच्चे के लिए आवश्यक प्रोटीन, विटामिन, और एंटीबॉडी होती हैं जो उनकी इम्यूनिटी के लिए काफी अच्छा होता है. वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक
दिल्ली में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा बताती हैं कि मां के दूध में पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं. ये बच्चे के मानसिक विकास के लिए काफी फायदेमंद होता है. ब्रेस्टफीडिंग मां की सेहत के लिए भी बहुत जरूरी होती है. यह मां के शरीर को प्राकृतिक रूप से फैट कम करने में मदद करता है और वजन कम करने में मदद करता है. इससे महिला का स्वास्थ्य बेहतर रहता है और बच्चे को भी पूरा पोषण समय पर मिलता है.
क्या बच्चे के पैदा होते ही करानी चाहिए ब्रेस्टफीडिंग?
डॉ. चंचल शर्मा कहती हैं कि नए जन्में बच्चे को पैदा होने के तुरंत बाद ही उसे ब्रेस्टफीडिंग करा देनी चाहिए. इससे काफी फायदा होता है. ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आप शिशु को जिस तरफ से दूध पिलाए, उसी तरफ के हाथ से शिशु की रीढ़, गर्दन और निचले हिस्से को सहारा देते रहें. ये ब्रेस्टफीडिंग कराने का सबसे बेहतर तरीका है.
भूख लगने पर ही दूध पिलाएं
बच्चे की भूख के हिसाब से ही उसको दूध पिलाना चाहिए. अगर शिशु जोर-जोर से रोता है, तो यह भी भखे लगने का संकेत हो सकता है. इस स्थिति में आपको तुरंत बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करानी चाहिए. ब्रेस्टफीडिंग करते समय मां को स्वस्थ और पौष्टिक भोजन लेना चाहिए. इससे दूध में भी सभी पौष्टिकता बनी रहती है और बच्चे को काफी फायदा होता है. ब्रेस्टफीडिंग के बाद मां को स्वास्थ्य रखना चाहिए.
शराब और सिगरेट से दूर रहे
डॉ. चंचल कहती हैं कि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान या बाद में भी महिला को शराब का सेवन और स्मोकिंग नहीं करनी चाहिए. इससे काफी नुकसान हो सकता है. ये दूध की गुणवत्ता को भी खराब कर सकता है. इस दौरान साफ-सफाई का ध्यान भी रहना चाहिए. कभी भी गंदगी वाली जगह पर बच्चे को स्तनपान नहीं कराना चाहिए.