हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व माना गया है. इस दिन किया गया तीर्थ स्नान और दान जीवन के हर कष्ट से मुक्ति दिलाता है. वैशाख माह आरंभ हो चुका है. वैशाख के कृष्ण पक्ष का आखिरी दिन अमावस्या (Vaishakh Amavasya 2023) तिथि होती है. चूंकि ये तिथि पितरों को समर्पित है, ऐसे में इस दिन कुछ आसान से उपाय कर के पितृ दोषों से मुक्ति पाने के साथ साथ पितरों का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है. गौरतलब है कि पितृ दोष के कारण पूरे परिवार की उन्नति प्रभावित होती है और वंश की वृद्धि नहीं होती है. इस बार वैशाख अमावस्या (Vaishakh Amavasya 2023 Upay) 20 अप्रैल को पड़ रही है. तो चलिए जानते हैं कि इस दिन किन उपायों को अपनाकर पितरों का आशीर्वाद पाया जा सकता है.
वैशाख अमावस्या के दिन किए जाने वाले उपाय –
1- वैशाख अमावस्या के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करने के बाद अपने हाथ में कुछ की पवित्री पहनकर या फिर कुश लेकर हाथ से जल से तर्पण देना चाहिए. ऐसा करने से आप पितरों को जल से तृप्त करते हैं. मान्यतानुसार, पितृ लोग में पानी की कमीं होती है, इसलिए जल से उनकी आत्माओं को तृप्त करने से वह प्रसन्न होते हैं और हमें अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं.
2- वैशाख अमावस्या के दिन स्नान के बाद आप पितरों को प्रसन्न करने के लिए पितृ स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. इसमें पितरों की स्तुति की गई है. उनका गुणगान किया गया है, जिससे वे प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद देते हैं.
3- वैशाख अमावस्या के दिन पिंडदान या उनका श्राद्ध कर्म कराकर भी उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है. इससे वे तृप्त होते हैं और प्रसन्न होकर संतान या वंश को खुशहाल जीवन का आशीर्वाद प्रदान करते हैं.
4- वैशाख अमावस्या के दिन पितरों को तृप्त करने के लिए उनकी पसंद का भोजन बनाकर कौआ, गाय, कुत्ता और अन्य पक्षियों को खिलाना चाहिए. मान्यता है कि आपके द्वारा खिलाया गया भोजन पितरों को प्राप्त होता है और वह प्रसन्न होते हैं. जिसके फलस्वरूप आपके जीवन में सुख समृद्धि का आगमन होता है.
5- वैशाख अमावस्या के दिन पितरों की प्रिय वस्तुओं का दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है, मान्यता है कि ऐसा करने से आप पर पितरों के आशीर्वाद की बारिश होती है. जिससे फलस्वरूप आपके जीवन में आने वाली समस्त समस्याएं समाप्त होने लगती हैं.