एक ऐसा अनाज है जो खराब मिट्टी में बढ़ने में सक्षम होता है जिसमें अन्य फसलें पनपने में असमर्थ होती हैं। हालांकि पतझड़ में इसकी फसल काटी जाती है, ओट्स पूरे वर्ष उपलब्ध होता है। सुबह के नाश्ते मे सबसे ज़्यादा प्रयोग होने वाला, इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजन जैसे सलाद और डेज़र्ट मे भी किया जाता है जिससे व्यंजन मे पौष्टिक्ता बढ़ती है। ओट्स को काटने और साफ करने के बाद भूनने की प्रक्रिया की वजह से ओट्स को अपना विशिष्ट स्वाद मिलता है। हालांकि तब छिलका निकाल दिया जाता है। यह ओट्स को फाइबर और पोषक तत्वों का एक बड़ा स्रोत बनाता है।
न्यूट्रिएंट्स में हाई
ओट्स का न्यूट्रिशन काफी बैलेंस है, जिस कारण हर फिटनेस फ्रीक पर्सन इसका सेवन करता है। ये कार्ब और फाइबर का काफी अच्छा सोर्स है जिसमें पावरफुल फाइबर बीटा-ग्लूकन भी पाया जाता है। साथ ही साथ इसमें काफी मात्रा में प्रोटीन और हेल्दी फैट पाया जाता है। इसमें सभी जरूर न्यूट्रिएंट्स, विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं।
हड्डियों के लिए ओट्स खाने के फायदे
बढ़ती उम्र या पोषक तत्वों की कमी का असर हमारी हड्डियों पर भी पड़ता है। ऐसे में हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए बहुत से पोषक तत्वों की जरूरत होती है और यह सभी तत्व ओट्स के अंदर मौजूद होते हैं। आपको बता दें कि सिलिकॉन एक खनिज है जो हड्डियों के निर्माण और उन्हे मजबूत बनाने का कार्य करता है। वंही ओट्स के अंदर सिलिकॉन, कैल्शियम, मैग्निशियम और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह सभी तत्व हड्डियों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका अदा करते हैं।
उच्च रक्तचाप को दूर करने में
ओट्स हार्ट की बीमारियों से होने वाले खतरे को लगभग 23 प्रतिशत तक कम करता है। साथ ही उच्च रक्तचाप में भी लाभदायक होता है। ओट्स और ओटमिल खाने से डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर 5.5 प्वाइंट और सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 7.5 प्वाइंट तक कम हो जाता है। उच्च रक्तचाप से पीड़ित मरीजों को ऑर्गेनिक ओट्स का सेवन करना चाहिए यह उनके लिए फायदेमंद होता है।
मधुमेह के लिए
ओट्स घुलनशील फाइबर का अच्छा स्रोत होता है। फाइबर में बीटा-ग्लूकॉन पाए जाते हैं, जो ग्लाइसेमिक प्रभाव को कम करते हैं और इंसुलिन के प्रभाव को सक्रिय करने का काम करते हैं। इससे रक्त में शुगर की मात्रा को संतुलित रखने में मदद मिलती है । इसका फायदा मधुमेह के रोगियों को हो सकता है।
कोलेस्ट्रॉल लेवल को सामान्य बनाए रखता है
ओट्स विटामिन ई और फाइबर से भरपूर होता है जो आपके शरीर के कोलेस्ट्रॉल के लेवल को सामान्य बनाए रखने में मदद करता है। कोलेस्ट्रॉल का लेवल सामान्य होने से आपका दिल भी स्वस्थ रहता है। ओट्स में बीटा ग्लूकान नाम का फाइबर होता है जो आपके ख़राब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ाता है।
इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद
ओट्स में हाई फाइबर बीटा ग्लूकान की मदद से हमारा शरीर बीमारियों से बचा रहता है और हमारे इम्यून सिस्टम को स्ट्रोंग बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही ओट्स में मौजूद फाइबर कई बीमारी से भी लड़ता है। रोज़ाना ओट्स खाने से हमारे शरीर को जरूरी मिनरल्स मिलते हैं जिसके कारण हमारा इम्यून सिस्टम स्ट्रोंग बना रहता है।