अस्थमा से बचाव
माना जाता है कि कच्चा दूध पीने वाले बच्चों में अस्थमा की दर कम होती है. बचपन में कच्चे दूध पाने से फेफड़े हेल्दी रहते हैं. गरम किए गए दूध की तुलना में कच्चा दूध धिक पौष्टिक गुणों से भरपूर होता है. लैक्टोज असहिष्णुता, अस्थमा और एलर्जी वाले लोगों के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है.
प्रतिरोधकता बढ़ाता है
एक शोध के मुताबिक जब कच्चे दूध को गरम किया जाता है तो इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षणता बढ़ाने वाले प्रोटीन भी नष्ट हो जाते हैं.
पेट में जलन होने पर
कच्चे दूध से पेट में गुड बैक्टीरिया का निर्माण होता है, जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है. कच्चा दूध पीने से पेट में होने वाली मरोड़ और जलन में राहत मिलती है. हालांकि गरम दूध को भी फ्रिज में ठंडा करके पीने से पेट की जलन में आराम मिलता है.
बेहतरीन क्लींजर
कच्चा दूध बेहतरीन क्लींजर है. यह स्किन की ड्राईनेस को कम करने के साथ ट्रैनिंग और मेकअप को हटाने के भी काम आता है. कच्चे दूध को रूई की मदद से चेहरे पर अच्छी तरह लगाएं. इसके बाद हल्के हाथों से मसाज करने के बाद चेहरा धो लें. इससे त्वचा में ग्लो आता है और दाग-धब्बों में भी कमी आती है. कच्चे दूध को नहाने से पहले लगाने पर त्वचा चिकनी और मुलायम हो जाती है. आप इसमें गुलाब जल भी मिक्स कर सकते हैं.