पीरियड्स लाइट, मीडियम, हैवी या बहुत हैवी फ़्लो के साथ हो सकता है, पर यह बिल्कुल ज़रूरी नहीं है कि वह फ्रस्टेटिंग ही हो़ हर युवती का हर महीने के पीरियड्स का अनुभव दूसरों से बिल्कुल अलग होता है़ कुछ के लिए पीरियड्स के दिन आम दिनों की तरह ही होते हैं, लेकिन कुछ के लिए बहुत ही परेशानी भरे़ इसमें उन्हें क्रैम्प्स, दर्द, ना रूकनेवाली खुजली और थकान से दो-चार होना पड़ता है, जो कि बहुत ही सामान्य परेशानियां हैं़ लेकिन अन्य को दूसरी तरह की भी परेशानियां हो सकती हैं़ पीरियड्स के समय क्रैम्प्स आना आम परेशानी है पर क्या आप जानते हैं कि स्किन इरिटेशन सामान्य नहीं है? लेमी बी के फ़ाउंडर और सीईओ देवीदत्त दास हमें पीरियड्स से सही तरीक़े से ढील करने के लिए कुछ सुझाव दे रहे हैं, ताक़ि हम बेहतर महूसस कर सकें़
अपने पीरियड्स को ट्रैक करें
हालांकि यह बहुत ही बुनियादी बात है, लेकिन है बहुत ज़रूरी़ रोज़ाना सही मात्रा में पानी पीने से आपको डिहाइड्रेशन की वजह से होनेवाले सिरदर्द से बचने में मदद मिलती है और ब्लोटिंग भी कम होती है़ जब आप अपनी डायट में आयरन, मैग्नीशियम, प्रोटीन, ओमेगा-3 फ़ैटी एसिड, विटामिन से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करती हैं तो आपका शरीर पीरियड्स पर लक्षणों और प्रभावों से निपटने में सक्षम बनता जाता है़ इसके अतिरिक्त, चीज़ों को और मज़ेदार बनाने के लिए डार्क चॉकलेट, नट्स, और फलों में केला, सेब, पपीता और क्रैनबेरी जैसे खाद्य पदार्थ भी ले सकती हैं़ यह पीरियड्स के दौरान आपके शरीर को बेहतर बनाने में मदद करता है़
नियमित रूप से व्यायाम करें
यह दिमाग़ और शरीर को रिलैक्स रखने का एक असरदार तरीक़ा है़ यह प्राकृतिक एंडोर्फ़िन को टैप करता है, जो आपके मूड को अपलिफ़्ट करने में म