मीठी रसीली बूंदी 10 मिनट में घर पर बनाएं, प्रसाद में भगवान को भी भोग लगाएं

Update: 2023-07-27 10:18 GMT
लाइफस्टाइल: भगवान हनुमान को प्रसन्न करना आसान नहीं है। उनकी आराधना को बड़े मन से करना पड़ता है और कड़ी परीक्षा के बाद ही आप उनकी भक्ति में सफल हो सकते हैं। हर मंगलवार को हनुमान की पूजा करने के विशेष महत्व होता है। इस दिन उन्हें नारंगी सिंदूर लगाया जाता है और मीठी बूंदी का प्रसाद चढ़ाया जाता है। जी हां, कुछ लोग इसे नुक्ती के नाम से जानते हैं।
राजस्थान और सिंध में खासतौर से इसे नुक्ती कहा जाता है और नेपाल में इसे बुनिया कहते हैं। बेसन की ड्रॉपलेट्स को तेल में डीप फ्राई किया जाता है और उसके बाद इन्हें चीनी की चाशनी में भिगोया जाता है।
आप भी अक्सर बाजार से बूंदी खरीदते होंगे, तो अब इसे घर में बनाना जानें। अगर आपको लगता है कि आप घर पर इसे सही ढंग से नहीं बनाएंगो, तो आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है। हम इसे सही ढंग से बनाने में आपकी मदद करेंगे।
बूंदी बनाने का तरीका
मीठी और रसीली बूंदी बनाने के लिए सबसे पहले इसकी चाशनी तैयार करें। एक पैन में पानी डालकर उसमें एक उबाल आने दें।
पानी में उबाल आने के बाद इसमें चीनी, क्रश की हुई इलायची और केसर डालकर मिक्स करें। जब चीनी पूरी तरह से घुल जाए तो इसे धीमी आंच पर रखें।
बूंदी के लिए चाशनी बिल्कुल वैसे होनी चाहिए, जैसे गुलाब जामुन की होती है। अपनी उंगली में चाशनी लेकर इसे खींचकर देखें। अगर एक तार दिखे, तो समझिए चाशनी तैयार है।
इसके बाद बूंदी बनाने की तैयारी करें। एक बड़े कटोरे में छाना हुआ बेसन डालें। इसके बाद इसमें बेकिंग सोडा और चुटकी भर नमक डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें।
अब कटोरे में थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर एक ही डायरेक्शन में मिलाएं। अच्छी कंसिस्टेंसी बनाने के लिए इसे 15 मिनट तक व्हिस्क करें। ध्यान रखें कि घोल बहुत ज्यादा पतला न हो और एकदम गाढ़ा भी न हो। इसके बाद इसमें फूड कलर की 2-3 बूंद डालकर फिर मिलाएं।
अब एक कड़ाही में तलने के लिए तेल गर्म करें। अगर आपके पास बूंदी बनाने वाला किचन अप्लायंस नहीं है, तो आप ग्रेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
तेल गर्म हो जाए तो उसके ऊपर ग्रेटर को रखें और करछी की मदद से बेसन के घोल को ग्रेटर के ऊपर डालकर थोड़ा-थोड़ा हिलाएं। इस तरह से यह ड्रॉपलेट की तरह तेल में गिरेंगे। इसी तरह से सारे घोल से बूंदी बना लें और उन्हें अच्छी तरह से तल लें।
जब बूंदी सुनहरी हो जाएं, तो उन्हें गुनगुनी चाशनी में डालकर 20 मिनट के लिए छोड़ दें। आपकी रसीली और मीठी बूंदी तैयार है। इसे प्रसाद के रूप में रखकर चढ़ाएं।
Tags:    

Similar News

-->