आइए जानें कि आखिर शाकाहारी मांस क्या होता है?
शाकाहारी मांस न सिर्फ वास्तविक मांस की तरह दिखता है बल्कि स्वाद में भी लगता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शाकाहारी मांस न सिर्फ वास्तविक मांस की तरह दिखता है बल्कि स्वाद में भी लगता है। यही वजह है कि यह काफी चर्चा में बना हुआ है। हालांकि इसकी एक और वजह भी है, वह यह कि पॉवर कपल अनुष्का शर्मा और विराट कोहली ने ब्रांड एंबेसडर के रूप में 'ब्लू ट्राइब' नामक पौधे आधारित मांस ब्रांड में निवेश किया है। इन दोनों को जानवरों से प्यार है और उन्होंने इस बारे में एक इंस्टाग्राम वीडियो के ज़रिए घोषणा की।
शाकाहारी मांस भारत में भी मशहूर हो रहा है। जबकि शाकाहारी मांसकी शुरुआत अमेरिका में हुई, लेकिन यह भारत सहित दुनियाभर में तेज़ी से फैल रहा है। तो आइए जानें कि आखिर शाकाहारी मांस क्या होता है?
शाकाहारी मांस किन चीज़ों से बनता है?
शाकाहारी मांस को स्वस्थ विकल्प माना जाता है, इस तरह के मांस को बनाने के लिए वनस्पति प्रोटीन, गेहूं ग्लूटन या सीतान, सेम, सोया और चावल जैसी सामग्री का सबसे ज़्यादा उपयोग किया जाता है। जबकि शाकाहारी मांस के स्वाद और रूप को बढ़ाने के लिए नारियल तेल, मसाले और चुकंदर के रस के अर्क जैसी सामग्री का उपयोग किया जाता है क्योंकि शाकाहारी मांस को बनाने के लिए इन चीज़ों का उपयोग किया जाता है इसलिए यह वास्तविक मांस से महंगा आता है।
क्या यह हेल्दी है?
इसे कम मात्रा में और संतुलित आहार के हिस्से के रूप में खाना अक्सर हेल्दी माना जाता है। जब हम शाकाहारी मांस की पोषण सामग्री के बारे में बात करते हैं, तो इसमें अधिक प्रोटीन, कम संतृप्त वसा और कम कोलेस्ट्रॉल होता है। हालांकि, शाकाहारी मांस में सोडियम की मात्रा अधिक होती है जो इसे स्वादिष्ट बनाने का काम करता है और साथ ही शेल्फ लाइफ भी बढ़ाता है। यही वजह है कि शाकाहारी मांस को संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए क्योंकि ज़रूरत से ज़्यादा सेवन से आपके शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाएगी, जिससे स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम बढ़ेगा।
संतुलन ही कुंजी है
अगर हम शाकाहारी मांस की तुलना वास्तविक मांस से करें, तो इसमें कोई शक़ नहीं कि शाकाहारी मांस ज़्यादा हेल्दी है, लेकिन इसके सेवन की मात्रा और संतुलन बनाए रखना ही कुंजी है। ध्यान रखें कि आप इस मांस का सेवन ज़्यादा कर लें।
शाकाहारी मांस किन चीज़ों से बनता है?
शाकाहारी मांस को स्वस्थ विकल्प माना जाता है, इस तरह के मांस को बनाने के लिए वनस्पति प्रोटीन, गेहूं ग्लूटन या सीतान, सेम, सोया और चावल जैसी सामग्री का सबसे ज़्यादा उपयोग किया जाता है। जबकि शाकाहारी मांस के स्वाद और रूप को बढ़ाने के लिए नारियल तेल, मसाले और चुकंदर के रस के अर्क जैसी सामग्री का उपयोग किया जाता है क्योंकि शाकाहारी मांस को बनाने के लिए इन चीज़ों का उपयोग किया जाता है इसलिए यह वास्तविक मांस से महंगा आता है।
क्या यह हेल्दी है?
इसे कम मात्रा में और संतुलित आहार के हिस्से के रूप में खाना अक्सर हेल्दी माना जाता है। जब हम शाकाहारी मांस की पोषण सामग्री के बारे में बात करते हैं, तो इसमें अधिक प्रोटीन, कम संतृप्त वसा और कम कोलेस्ट्रॉल होता है। हालांकि, शाकाहारी मांस में सोडियम की मात्रा अधिक होती है जो इसे स्वादिष्ट बनाने का काम करता है और साथ ही शेल्फ लाइफ भी बढ़ाता है। यही वजह है कि शाकाहारी मांस को संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए क्योंकि ज़रूरत से ज़्यादा सेवन से आपके शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाएगी, जिससे स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम बढ़ेगा।
संतुलन ही कुंजी है
अगर हम शाकाहारी मांस की तुलना वास्तविक मांस से करें, तो इसमें कोई शक़ नहीं कि शाकाहारी मांस ज़्यादा हेल्दी है, लेकिन इसके सेवन की मात्रा और संतुलन बनाए रखना ही कुंजी है। ध्यान रखें कि आप इस मांस का सेवन ज़्यादा कर लें।