जानें डिसऑर्डर कंट्रोल करने के टिप्स
बॉर्डर लाइन पर्सनैलिटी डिसऑर्डर बच्चों की मानसिक सेहत से जुड़ा एक डिसऑर्डर है,
बॉर्डर लाइन पर्सनैलिटी डिसऑर्डर बच्चों की मानसिक सेहत से जुड़ा एक डिसऑर्डर है, जिसमें बच्चों को बहुत इमोशनल हो जाते हैं. इसमें खुद की वैल्यू कम समझना और खुद पर नियंत्रण न होने जैसी चीजें भी शामिल होती हैं. इस डिसऑर्डर के अधिकतर लक्षण तो बच्चे को बचपन में ही दिखने लगते हैं, लेकिन टीनएज या फिर एडल्टहुड के वक्त यह स्थिति गंभीर हो जाती है. इस स्थिति का इलाज करना और बच्चे को इस पर कंट्रोल करना सिखाना बहुत जरूरी होता है. अगर ऐसा न किया जाए तो बच्चे की मानसिक सेहत काफी बिगड़ सकती है.
जानें डिसऑर्डर कंट्रोल करने के टिप्स
मॉम जंक्शनडॉटकॉम के मुताबिक बच्चे को किसी अच्छी जगह से काउंसलिंग जरूर करवाएं. यह उनके बिहेवियर के लिए जरूरी होता है. एंटी डिप्रेसेंट, एंटी एंजाइटी दवाइयां, मूड स्टेबलाइजर, लो डोज एंटी साइकोटिक्स आदि जैसी दवाइयों का सेवन करने से भी बच्चे के व्यवहार में सुधार हो सकता है. बच्चे की लाइफस्टाइल हेल्दी करने की कोशिश करें. बच्चे को पर्याप्त नींद लेने में मदद करें. उन्हें हेल्दी खाने के सिवाय बाहर का खाना न खाने दें. शराब और ड्रग्स जैसी आदतों में बच्चे को शामिल न होने दें.
पैरेंट्स को ध्यान रखनी चाहिए ये बातें
खुद भी बच्चे को एक ऐसा माहौल प्रदान करें, जिसमें वह रिलैक्स महसूस कर सके. उसके व्यवहार के आधार पर उसे जज न करें और बुरा महसूस न होने दें. उनकी इंटर पर्सनल स्किल्स को डेवलप करने में उनकी मदद करें ताकि बच्चा एक बैलेंस मूड और बिहेवियर में रह सके. उसका ध्यान किसी अन्य स्किल्स और आदतों में लगवाएं. जिसमें बच्चे का इंटरेस्ट है वह उसे जरूर सिखाएं. उनकी फीलिंग को व्यर्थ साबित करने की कोशिश न करें. उन्हें यह न दिखाएं कि यह कुछ नहीं होता या ऐसा केवल उनके साथ ही हुआ है.