देशभर में मानसून ने दस्तक दे दी है. कभी बारिश और कभी तेज धूप के कारण गर्मी, उमस और तापमान में लगातार बदलाव हो रहा है. इस कारण कई बीमारियों का खतरा भी शुरू हो गया है. हेल्थ एक्सपर्ट हर किसी को इस मौसम में सेहत का खास ख्याल रखने की सलाह दे रहे हैं, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही कई तरह की बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकती है. हालांकि, दो बीमारियां ज्यादा खतरनाक होती हैं. इनके केस भी ज्यादा आते हैं. 1. खराब खानपान से होने वाली बीमारियां. 2. मच्छरों से होने वाली बीमारियां. ये दोनों ही मामले परेशानी बढ़ाने वाले हैं. इन बीमारियों से हर किसी को बचकर रहने की जरूरत है
डॉक्टर्स की सलाह
डॉक्टरों का कहना है कि बारिश होने के चलते पूरे वातावरण में नमी होती है. आसपास गंदगी हो जाती है और तापमान में भी परिवर्तन होता है. इस कारण यह मौसम बैक्टीरिया और वायरस के बढ़ने के लिए सबसे अनुकूल हो जाता है. जिसके चलते फूड-पॉइजनिंग, पेट में इंफेक्शन और पाचन में समस्याएं हो जाती हैं. बरसात की वजह से जलजमाव ज्यादा हो जाता है और मच्छरों से होने वाली बीमारियां भी फैलने लगती हैं. जिससे डेंगू-चिकनगुनिया खतरनाक होता जाता है. चूंकि बारिश में खाने का रखरखाव सही तरह से नहीं हो पाता है, जिसके बाद खाना खराब हो जाता है और इन फूड्स को खाने से पाचन से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. टाइफाइड, बुखार, पसीना आना, सिरदर्द, बदन दर्द और पेट दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं. दूषित खानपान से डायरिया, पेट में संक्रमण, उल्टी-दस्त की समस्या भी बढ़ जाती है.
मच्छरों वाली बीमारियां
बारिश का मौसम मच्छरों के प्रजनन के लिए सबसे सही माना जाता है. जमे हुए पानी में मच्छर अंडे देते देते हैं और डेंगू-चिकनगुनिया, मलेरिया जैसी बीमारियां बढ़ने लगती हैं. डेंगू की गंभीर स्थिति तो जानलेवा भी हो सकती है. इसलिए मच्छरों के काटने से बचने के लिए उपाय करना चाहिए.
मानसून में इस तरह रखें सेहत का ख्याल
1. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, बारिश के मौसम में सेहत का विशेष ख्याल रखना चाहिए.
2. भोजन-पानी की साफ-सफाई का ख्याल रखना चाहिए.
3. फलों और सब्जियों को अच्छी तरह धोकर ही इस्तेमाल करना चाहिए.
4. अधपका या बासी खाना बिल्कुल नहीं खाना चाहिए.
5. मच्छरों से बचाव के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. खाली बर्तन, कूलर, गमले के पानी इकट्ठा न होने दें, समय-समय पर साफ करते रहें.
6. मच्छरों से बचने के लिए पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें. रात में मच्छरदानी लगाकर ही सोएं.