जानिए क्या है वीगन इंटरमिटेंट फास्टिंग

16 घंटे फास्ट और 8 घंटे खाने का पैटर्न वर्तमान में वेट लॉस ट्रेंड बन गया है. इंटरमिटेंट फास्टिंग वेट लॉस में मददगार होने के साथ ही बीपी और शुगर जैसी समस्याओं को कम करने में भी मदद करती है

Update: 2022-08-02 10:52 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।  16 घंटे फास्ट और 8 घंटे खाने का पैटर्न वर्तमान में वेट लॉस ट्रेंड बन गया है. इंटरमिटेंट फास्टिंग वेट लॉस में मददगार होने के साथ ही बीपी और शुगर जैसी समस्याओं को कम करने में भी मदद करती है. इंटरमिटेंट फास्टिंग की तरह लोग वीगन फूड की तरफ आकर्षित हो रहे हैं. वीगन फूड में दूध, दही, पनीर, अंडे जैसे प्रोडक्ट्स को शामिल नहीं किया जाता. यह पूरी तरह प्लांट बेस्ड डाइट होती है. अब फिटनेस फ्रीक वीगन डाइट के साथ भी आसानी से इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं. इस प्रकार की डाइट वास्तव में बॉडी को कई प्रकार के बेनिफिट दे सकती है. चलिए जानते हैं क्या है वीगन इंटरमिटेंट फास्टिंग और इसके हेल्थ बेनिफिट्स क्या होते हैं.

क्या है वीगन इंटरमिटेंट फास्टिंग
हेल्‍थलाइन के अनुसार इंटरमिटेंट फास्टिंग खाने का एक ऐसा तरीका है, जिसमें खाने और फास्टिंग के बीच एक निश्चित टाइम ड्यूरेशन होता है. दो तरह की फास्टिंग साइकल होती है, जिसमें 16 घंटे फास्ट और 24 घंटे यानी एक दिन का फास्ट ज्यादा चलन में है. वीगन डाइट वाले भी इस फास्टिंग साइकल को फॉलो कर सकते हैं. हालांकि इस दौरान खाए जाने वाले फूड आइटम पूरी तरह से प्लांट बेस्ड होते हैं. इसमें किसी भी तरह के डेयरी प्रोडक्ट का प्रयोग नहीं किया जाता.
हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद
वीगन इंटरमिटेंट फास्टिंग ट्राइग्लिसराइड और लो डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम कर सकती है. साथ ही हार्ट डिजीज के खतरे को भी कम कर सकती है.
ब्लड शुगर करे कंट्रोल
इंटरमिटेंट फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकता है और शरीर की इंसुलिन की क्षमता को बढ़ा सकता है.
ब्रेन फंक्शन में लाभदायक
इंटरमिटेंट फास्टिंग अल्जाइमर डिजीज होने से बचाता है. इसके करने से मिर्गी के लक्षणों को भी कम किया जा सकता है.
कैंसर का खतरा करे कम
इंटरमिटेंट फास्टिंग डीएनए को डैमेज होने से रोकता है. साथ ही कैंसर सेल्स को मारने में मदद कर सकता है. यह कई मायनों में फायदेमंद हो सकती है.
वीगन इंटरमिटेंट फास्टिंग पैटर्न
16/8 मैथड में 16 घंटे फास्ट और 8 घंटे खाने के लिए होता है. इसमें ब्रेकफास्ट को स्किप करके 12 से 8 बजे और 1 से 9 बजे खाना खाया जा सकता है.
ईट-स्टॉप-ईट के माध्यम से हफ्ते में एक या दो दिन फास्ट किया जाता है.
5:2 डाइट में हफ्ते में दो दिन केवल 500 से 600 कैलोरी कंज्यूम की जाती है और बाकी 5 दिन नॉर्मल डाइट ले सकते हैं.

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