जानिए इस विधि से बनाएं काजू-बादाम रोल
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाई-बहन के प्यार का त्योहार रक्षाबंधन (Rakshabandhan) हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाई-बहन के प्यार का त्योहार रक्षाबंधन (Rakshabandhan) हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस वर्ष रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा. इस दिन बहनें भाइयों की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन के लिए उनकी कलाई पर राखी बांधेंगी. वहीं, भाई अपनी बहन को उपहार देने के साथ ही उसकी रक्षा का वचन देंगे. रक्षाबंधन से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं. रक्षाबंधन पर भाई को राखी बांधने से पहले मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. पंडित इंद्रमणि घनस्याल के अनुसार, राखी बांधने से पहले मां लक्ष्मी की पूजा करने से भाई-बहन दोनों के जीवन में खुशियों का वास होता है.
मां लक्ष्मी से जुड़ा रक्षाबंधन
रक्षाबंधन को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, जिसमें एक कथा मां लक्ष्मी से जुड़ी हुई है. ऐसे में रक्षाबंधन पर मां लक्ष्मी समेत देवी-देवताओं की पूजा करना शुभ माना जाता है. इससे भाई-बहन का रिश्ता अटूट होता है और दोनों को अपने जीवन में तरक्की मिलती है.
मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा
ज्योतिषियों के अनुसार, भाई की कलाई पर राखी बांधने से पहले मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा जरूर करनी चाहिए. शास्त्रों के अनुसार, रक्षाबंधन पर कनकधारा स्तोत्र और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भाई-बहन दोनों को आरोग्य का वरदान मिलता है. दोनों के बीच प्रेम बढ़ेगा और रिश्ता मजबूत होगा.
श्री कृष्ण को भी बांधें राखी
रक्षाबंधन पर मां लक्ष्मी के साथ भगवान श्री कृष्ण को भी राखी बांधनी चाहिए. शास्त्रों के अनुसार, श्रीकृष्ण द्रौपदी को बहन मानते थे. जब द्रौपदी का चीर हरण हुआ था, तब भगवान श्री कृष्ण ने उनकी रक्षा की थी. ऐसे में श्री कृष्ण को राखी बांधना शुभ होता है.