जानिए शरीर में विटामिन डी की कमी की पहचान कैसे करें

Update: 2022-09-25 12:33 GMT

न्यूज़ सोर्स: livehindustan

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।    सूरज की रोशनी में हमारा शरीर अपने आप विटामिन डी बनाता है। कई तरह के फूड्स से भी हमें यह मिलता है। विटामिन डी शरीर के लिए काफी अहम होता है। यह कैल्शियम और फॉस्फोरस के अवशोषण के साथ हमारा इम्यून सिस्टम भी मजबूत रखता है। बढ़ती उम्र के साथ यह विटामिन शरीर में कम होने लगता है। साथ ही आजकल की लाइफस्टाइल भी ऐसी है कि लोगों को सूरज की रोशनी नहीं मिल पाती। ऐसे में शाकाहारी लोगों के शरीर में अक्सर विटामिन डी की कमी हो जाती है। सबसे दिक्कत वाली बात यह है कि विटामिन डी की कमी के लक्षण ज्यादातर लोगों को समझ नहीं आते। आपके शरीर में विटामिन डी कम होने के बाद कई महीनों और सालों तक लक्षण समझ नहीं आते। यहां कुछ संकेत हैं, जिनसे आप शरीर में विटामिन डी की कमी को पहचान सकते हैं।

नहीं ठीक हो रही है खांसी?
अगर आप बार-बार बीमार हो रहे हैं, खासकर सर्दी, खांसी या जुकाम हो रहा है तो इसके पीछे विटामिन डी की कमी वजह हो सकती है। अगर आपको खांसी हुई है और लंबे वक्त तक ठीक नहीं हो रही तो डॉक्टर की सलाह पर विटामिन डी जरूर चेक करवा लें।
पीठ और हड्डियों में दर्द
अगर आपकी पीठ में निचली तरफ दर्द है या हड्डियों में दर्त है तो भी विटामिन डी का कम होना वजह हो सकती है। विटामिन डी कैल्शियम अवशोषित करने में मदद करता है जिससे आपकी हड्डियां मजबूत रहती हैं।
हो सकता है डिप्रेशन
कई एक्सपर्ट्स मानते हैं कि विटामिन डी की कमी से डिप्रेशन की समस्या हो सकती है, खासतौर पर अडल्ट्स में। हालांकि कई स्टडीज के रिजल्ट्स इस बात को सपोर्ट नहीं करते।
झड़ रहे हैं बाल?
बाल झड़ने की वजह न्यूट्रीशन की कमी और स्ट्रेस की वजह से होती है। वहीं बाल झड़ने का इनडायरेक्ट लिंक विटामिन डी की कमी को भी माना जाता है।
हो सकती है हार्ट प्रॉब्लम
ऐसा माना जाता है कि विटामिन डी की कमी से हायपरटेंशन, हार्ट फेल होने से लेकर स्ट्रोक तक की समस्याएं हो सकती हैं।
ज्यादा विटामिन डी भी करता है नुकसान
विटामिन डी की कमी से कई समस्याएं हो सकती हैं वहीं जरूरत से ज्यादा विटामिन डी सप्लिमेंट्स भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। विटामिन डी टॉक्सिसिटी से ब्लड का कैल्शियम बढ़ सकता है।
विटामिन डी के सोर्स
विटामिन डी के वेजिटेरियन सोर्सेज कम हैं। विटामिन डी फैटी फिश, एग योक, योगर्ट, फोर्टीफाइड मिल्क, फोर्टीफाइड ऑरेंज जूस वगैरह में पाया जाता है। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह पर सप्लिमेंट्स भी लिए जा सकते हैं। वहीं बेस्ट तरीका है आप सुबह के वक्त सूरज की रोशनी में कुछ वक्त बिताएं।

न्यूज़ सोर्स: livehindustan

Tags:    

Similar News

-->