जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिचकी आने की कई वजहें हो सकती हैं, इसमें कुछ शारीरिक होती हैं तो कुछ मानसिक वजह शामिल हैं। अगर हिचकी 3 घंटे से ज्यादा समय तक चलती है तो आयुर्वेदिक तरीकों को अपनाएं।
कभी न कभी किसी न किसी को हिचकी आती है। कई बार ये बिना किसी कोशिश के गायब हो जाती है। कई बार कुछ मसालेदार खाने, बहुत जल्दी खाने, शराब पीने और दूसरी चीजों से हिचकी आ सकती है। लेकिन कई बार ये अचानक से शुरू हो जाती हैं और हम कभी-कभी मजाक में कहते हैं कि यह इस बात का संकेत है कि कोई हमें याद कर रहा है या हमारे बारे में सोच रहा है। हालांकि हिचकी मूल रूप से डायाफ्राम के अनैच्छिक संकुचन के कारण होती है, एक मांसपेशी जो सांस लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और जो आपकी छाती को आपके पेट से अलग करती है। मेयोक्लिनिक के अनुसार, इस अनैच्छिक संकुचन के कारण आपके वोकल कॉर्ड बहुत ही संक्षिप्त रूप से बंद हो जाते हैं, जिससे हिचकी की आवाज पैदा आती है।
अक्सर हिचकी आने पर पानी पीने की सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि अगर आप किसी को सरप्राइज से पकड़ लें या किसी को डराने के लिए कहें तो हिचकी आना बंद हो सकती है। लेकिन जब कुछ भी काम ना करे तो आयुर्वेद तरीकों को अपना सकते हैं। आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ नितिका कोहली द्वारा अपने इंस्टाग्राम पेज पर बताए कुछ घरेलू उपचार को फॉलो कर सकते हैं।
हिचकी से छुटकारा पाने के घरेलू तरीके
– एक गिलास उबलता पानी लें और उसमें एक चम्मच इलायची पाउडर मिलाएं। 15 मिनट बाद पानी को छान लें और गुनगुना पानी पी लें।
-हिचकी से छुटकारा पाने के लिए एक चम्मच शक्कर लें और इसे धीरे-धीरे खाएं।
– थोड़ी सी काली मिर्च का पाउडर लें और उसमें सांस लें। काली मिर्च पाउडर को सांस लेने से व्यक्ति को छींक आ सकती है। छींकने से हिचकी बंद हो सकती है।
– बच्चों को हिचकी से तुरंत छुटकारा दिलाने के लिए 1 चम्मच मीठा दही दें।
– ताजा अदरक का एक छोटा टुकड़ा लें और इसे धीरे-धीरे चबाएं।
– पानी को निगलने या गरारे करने से हिचकी बंद हो सकती है।
– सूर्य नमस्कार और प्राणायाम दो ऐसे योगासन हैं जो हिचकी से राहत दिलाने में काफी मददगार होते हैं।
न्यूज़ सोर्स: livehindustan