जानिए आंवला खाने से होने वाले नुकसान के बारे में
आंवला के औषधिय गुणों के बारे में कौन नहीं जानता है। आवंला को सौ रोगों की एक दवा माना जाता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आंवला के औषधिय गुणों के बारे में कौन नहीं जानता है। आवंला को सौ रोगों की एक दवा माना जाता है। आंवला में भरपूर मात्रा में विटामिन सी, विटामिन एबी, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, डाययूरेटिक एसिड जैसे गुण पाए जाते हैं। जो आपके डायबिटीज कंट्रोल करने के साथ-साथ इम्यूनिटी बूस्ट करने और दिल को हेल्दी रखने में मदद करता है। लेकिन अधिक मात्रा में आंवला का सेवन भी कई बार खतरनाक साबित हो सकता है।
आंवला का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं। आप आंवला को कच्चा खाने के साथ-साथ जूस, पाउडर, मुरब्बा, कैंडी आदि के रूप में भी कर सकते हैं। आंवला का सेवन एक मात्रा में ही करना चाहिए। आज के समय में लोग आंवला का सेवन विभिन्न तरीके से करते हैं। लेकिन कई बार दूसरी चीजों के साथ इसे मिलाकर खाना हानिकारक हो सकता है।
आंवला खाने से होने वाले नुकसान
एसिडिटी की समस्या
जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या है या फिर जिन्हें पित्त दोष की समस्या हो वह आंवला का सेवन थोड़ा सोच-समझकर करे, क्योंकि आंवला एसिडिक होता है। जिसके कारण यह पेट में गैस बना सकता है।
ब्लीडिंग डिसऑर्डर
आंवले से कुछ लोगों में रक्तस्राव या चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है। यदि आपको ब्लिडिंग डिसऑर्डर की समस्या है तो इसका सेवन थोड़ा सावधानी के साथ करे।
डायबिटीज
आंवला आमतौर पर ब्लड शुगर के लेवल को कम करने में मदद करता है। अगर आप दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो इसका सेवन थोड़ा कम करे।
लिवर डैमेज
आंवले को अदरक, टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया और लोबान के साथ लेने से लिवर की कार्यक्षमता खराब हो सकती है। इसलिए अगर आपको लिवर संबंधी बीमारी हैं तो इसका ऐसे सेवन ना करे।
पाचन तंत्र पर डाले बुरा असर
आंवले के ज्यादा सेवन से आपके लिवर में SGPT की मात्रा बढ़ जाती है। इसकी वजह से आपक पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है।
सर्जरी
सर्जरी के दौरान और बाद में आंवला का सेवन करने से रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह पहले आंवले का सेवन बंद कर दें।कब्ज
यह कब्ज के लिए एक प्राकृतिक उपचार है। आंवला में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है। हालांकि, यदि आप अधिक मात्रा में आंवले का सेवन करते हैं तो यह स्टूल को सख्त कर सकता है। अगर आप पानी का सेवन कम कर देते हैं तो स्थिति और खराब हो जाती है। इसलिए, कब्ज को रोकने के लिए फल को रस या सूखे आंवला पाउडर के रूप में पर्याप्त मात्रा में पानी के साथ लें।
एलर्जी
कुछ लोगों को आंवला से एलर्जी हो सकती है। एक व्यक्ति जिसे इस फल से एलर्जी है। जैसे पेट में ऐंठन, मतली, उल्टी, लालिमा, दस्त, पेट में दर्द और आपके मुंह के आसपास सूजन, सांस लेने में बाधा, चेहरे पर खुजली और लालिमा, सिरदर्द और चक्कर आना।
सर्दी की समस्या
आंवला शरीर के तापमान को काफी हद तक कम करता है। जिसके कारण सर्दी के लक्षण बिगड़ सकते हैं क्योंकि यह एक प्राकृतिक शीतलक है। यदि आप पहले से ही सर्दी या किसी अन्य संबंधित स्थिति से पीड़ित हैं तो यह स्थिति को और बढ़ा देगा। त्रिफला के रूप में आंवले का प्रयोग करें। आंवला पाउडर के किसी भी दुष्प्रभाव से बचने के लिए इसे गर्म पानी में एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर पिएं।