हर महिला के जीवन में वह समय आता है, जब वह मां बनने के बारे में गंभीरता से सोचना शुरू कर देती है. अमूमन जो जोड़े शादी के शुरुआती दिनों में बच्चे के बारे में सोचते तक नहीं, कुछ सालों बाद उन्हें भी इसकी इच्छा होने लगती है. मेंटली और फ़ाइनेंशियली तैयार होने के बाद अगर आप भी मां बनने के बारे में गंभीरता से सोच रही हैं तो आपको कुछ चीज़ों को तुरंत अपनी ज़िंदगी से दूर कर लेना चाहिए.
मुंबई के लीलावती, जसलोक और हिंदुजा हेल्थकेयर जैसे नामी-गिरामी अस्पतालों की जानी-मानी गायनाकोलॉजिस्ट और इन्फ़र्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ रेश्मा पई बता रही हैं उन सावधानियों के बारे में, जो प्रेग्नेंट होने की इच्छा रखनवाली हर महिला को बरतनी ज़रूरी है.
प्रोसेस्ड फ़ूड से बचें
फ्रेंच-फ्राईज़, तले हुए प्याज़ के छल्ले, चिकन नगेट्स आदि खाने में स्वादिष्ट लगते हैं, लेकिन गर्भवती होने की तैयारी करते समय आपको एक सेहतमंद शरीर की आवश्यकता होती है, इसलिए इन प्रोसेस्ड फ़ूड्स को अपनी डायट से निकाल बाहर करें. देखा जाए तो प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन आपके शरीर में अधिक सूजन पैदा करता है, जिससे कभी-कभी गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है. तो बेहतर होगा कि आप अपने शरीर के सूजन के स्तर को कम करने की कोशिश करें और शरीर को गर्भधारण के लिए तैयार करने के लिए फल और सब्ज़ियां, जैसे सेहतमंद आहार लें.
धूम्रपान से बचें
धूम्रपान यानी स्मोकिंग आपके शुक्राणु या अंडे की कोशिकाओं के लिए अच्छा नहीं है. सिगरेट को शुक्राणु और अंडों का हत्यारा माना जाता है. जो महिलाएं नियमित रूप से धूम्रपान करती हैं, उनमें समय से पहले रजोनिवृत्ति यानी मेनोपॉज़ होने का ख़तरा अधिक होता है. बेहतर तो यह होगा कि आप ख़ुद तो धूम्रपान बंद करें, साथ ही अपने पति को भी ऐसा करने के लिए कहें, क्योंकि धूम्रपान करने वाले पुरुषों में शुक्राणु की गतिशीलता 13% तक कम हो जाती है जो शुक्राणु को अंडे तक नहीं पहुंचने देती है. धूम्रपान छोड़ने से आपको गर्भधारण का बेहतर मौक़ा मिलेगा और भविष्य में गर्भधारण में भी मदद मिलेगी.
अत्यधिक शराब पीने से बचें
अत्यधिक शराब शुक्राणु की गतिशीलता को कम कर सकती है, जिससे गर्भधारण की संभावना कम हो सकती है. तो अपने पति को शराब बंद करने या कम पीने कहें. वहीं यदि महिलाएं गर्भधारण करने की कोशिश करते समय शराब पीने से परहेज़ नहीं करती हैं तो यह भ्रूण अल्कोहल सिंड्रोम का कारण भी बन सकता है. अगर आप एक सेहतमंद प्रेग्नेंसी चाहती हैं तो ऐसे लोगों के आस-पास रहने से बचें जो आपको शराब पीने के लिए प्रेरित कर सकते हैं.
संक्रमण से बचें
जब आप गर्भवती होने की कोशिश कर रही हों, तो आपको ऐसे खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए, जो आपको सौगात में संक्रमण दे सकते हैं, उदाहरण के लिए बिना पकाए डेयरी प्रोडक्ट्स, कच्चा मांस, नरम पनीर, सुशी आदि. ये खाद्य पदार्थ भ्रूण के संक्रमण का कारण बन सकते हैं, जिसके कारण जन्म के समय बच्चे का कम वज़न होना, समय से पहले प्रसव होना और कुछ मामलों में गर्भपात जैसी जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है. सुनिश्चित करें कि आप ठीक से पका हुआ खाना खाएं.
मदद लेने से न हिचकिचाएं
प्रेग्नेंसी से जुड़ी समस्याएं एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है. जिस तरह लोग सीने में दर्द या हाई ब्लड प्रेशर होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाते हैं, उसी प्रकार आपको फ़र्टिलिटी की समस्या है तो किसी अच्छे फ़र्टिलिटी स्पेशलिस्ट से सलाह लेने में संकोच न करें. आप अपने पति के साथ डॉक्टर द्वारा सुझाए गए सभी जांच करवाएं, जिसमें फ़ैलोपियन ट्यूब, गर्भाशय, शुक्राणु स्वास्थ्य, आनुवंशिक प्रोफ़ाइल आदि की जांच शामिल है. आईवीएफ़ जैसे सहायक प्रजनन उपचार आपको गर्भवती होने में मदद कर सकते हैं.
आप गर्भवती नहीं हो पा रही हैं तो ख़ुद को दोष देना बंद करें
हमारे समाज में आज भी बच्चा होने का दोष आमतौर पर महिलाओं पर ही मढ़ दिया जाता है. यह भी एक कारण है कि यदि कपल को बेबी नहीं हो रहा है तो पति से ज़्यादा चिंता पत्नी को होने लगती है. जहां आप चाहकर भी प्रेग्नेंट नहीं हो पा रही हैं, वहीं आपकी सहेलियां और रिश्तेदार हर समय डींगे हांकते रहती हैं कि वे कैसे बिना किसी कोशिश के गर्भवती हो गईं. हो सकता है उनके साथ ऐसा हुआ हो, पर आमतौर पर ज़्यादातर मामलों में गर्भधारण करने के लिए लगभग 6 से 12 महीने तक प्रयास करना पड़ता है.
अगर आपको दिक़्क़त हो रही है तो किसी फ़र्टिलिटी स्पेशलिस्ट की मदद लेने से आपको वह डायग्नोसिस और जानकारी मिलेगी जिसकी आपको ज़रूरत है ताकि उचित उपचार के साथ आपकी प्रेग्नेंसी की संभावना बढ़ जाए. हां, यह सब कराएं, पर ख़ुद को दोष देना तुरंत बंद कर दें.