बच्चों की परवरिश करते वक्त मैं लेती हूं इन टिप्स की मदद
बच्चों की परवरिश करते वक्त
बच्चों का पालन-पोषण करना बहुत जिम्मेदारी का काम होता है। शुरुआत में आप बच्चों की कैसी परवरिश कर रहे हैं, इसी पर निर्भर करता है कि वो आगे चलकर कैसे बनने वाले हैं। बच्चों की सही शिक्षा देते वक्त मैं इस बात का हमेशा ख्याल रखती हूं कि उन्हें मेरी किसी बात से ठेस ना पहुंचे। आइए जानते हैं कुछ ऐसे टिप्स जिनकी बच्चों की सही परवरिश करते वक्त यूज जरूर करना चाहिए।
बच्चों को समझाएं और खुद भी समझें
पेरेंट्स अक्सर बच्चों को समझाने कि कोशिश करते हैं, लेकिन समझाने के साथ-साथ समझने की भी जरूरत है। यह एक बहुत बड़ा कारण है कि क्यों बहुत बार पेरेंट्स और बच्चों के बीच गेप आ जाता है। कोशिश करें कि आपका बच्चा जब भी कुछ करें आप उसे डांटने से पहले उसके पीछे की कारण समझे।
बच्चों को डांटे नहीं
बच्चों को हर छोटी बात पर डाटंने से उनके स्वभाव पर बुरा प्रभाव पड़ता है। खासतौर पर बच्चों से तेज आवाज में कभी बात ना करें। यही कारण है कि क्यों आजकल स्कूल में बच्चों को मारने की अनुमति भी नहीं है। आपका प्यार बच्चों को जितनी सुधार सकता है वो मार-डांट कभी नहीं कर सकती।
अनुशासन की लें मदद
अनुशासन बच्चों के लिए बहुत जरूरी है। अनुशासन बच्चों के सही व्यवहार को चुनने और आत्म-नियंत्रण सीखने में मदद करना है।अगर आप शुरुआत से ही अपने बच्चों को अनुशासन में रहना सिखाएं तो तो आपकी आधी परेशानी नहीं खत्म हो जाएगी।
समय बिताएं और दोस्त की तरह रहें
बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं ताकी आप उनके दोस्त बन सके। एक बार जब आपका बच्चा आपको दोस्त मान लेगा तो वो खुद आपके साथ सारी बातें साझा करेगा।
इस लेख में दिए गए विचार संगीता सक्सेना के हैं जो लखनऊ की रहने वाली एक गृहिणी हैं। उन्हें परिवार के साथ समय बिताना बहुत पसंद हैं। वह अपने बच्चों के साथ खूब मस्ती करती हैं। उन्हें अलग-अलग विषयों पर बातें करना भी पसंद है।