ऑफिस और घर के कामकाज में कैसे बनाये बैलेंस
खुलकर बात करने का मतलब ये कतई नहीं कि आप अपने पर्सनल सीक्रेट्स उनसे बताएं इसका मतलब
वर्क फ्रॉम होम को जहां कुछ लोगों ने एंजॉय किया वहीं कुछ लोग जल्द से जल्द ऑफिस खुलने का इतंजार कर रहे थे खासतौर से वो जिनके घर में बच्चे हैं। तो अगर आप अभी भी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं, तो कैसे ऑफिस और घर के कामकाज में बैलेंस बनाएं, ये जानना जरूरी है।
1. ऐसे बनाएं माहौल शांत
प्रियोरिटी बेस पर पूरे दिन का शेड्यूल बना लें। जरूरी काम सुबह-सुबह निपटा लें जब घर में बच्चे सो रहे हों। जरूरी मीटिंग्स हों तो कमरे के दरवाजे पर डू नॉट डिस्टर्ब का साइन लगा दें, जिससे बच्चों को भी पता रहे कि आपको उस वक्त डिस्टर्ब नहीं करना है।
2. कलीग्स से खुलकर बात करें
खुलकर बात करने का मतलब ये कतई नहीं कि आप अपने पर्सनल सीक्रेट्स उनसे बताएं इसका मतलब है कि अगर आपको दोपहर या शाम को बच्चों के साथ कहीं जाना है, स्कूल से जुड़े कुछ काम हैं या फिर अपने माता-पिता को हॉस्पिटल लेकर जाना है, तो इसे मैनेज करने के लिए अपने कलीग्स की हेल्प ले सकते हैं। कभी-कभार इस तरह की हेल्प लेने में किसी भी तरह की प्रॉब्लम नहीं। लेकिन हां, रोजाना ऐसा करने से प्रॉब्लम बढ़ सकती है।
3. बच्चों को फ्री रहना सिखाएं
बतौर पेरेंट्स बच्चों को खुद से डिसीज़न लेना सिखाएं जिससे वो हर एक छोटी बात के लिए आपको परेशान न करें, जैसे- बच्चे को कपड़े खुद धोना सिखाएं।
4. बच्चे को फ्री एक्टिविटीज करना सिखाएं
हर वक्त बच्चे किताब पढ़ने या टीवी देखने जैसी एक्टिविटीज में बिजी नहीं रह सकते इसलिए उन्हें बाकी एक्टिविटीज में भी शामिल करें। अपने ऑफिस टाइम पर आप उन्हें पजल सॉल्व करने या ड्रॉइंग बनाने का टास्क दे सकते हैं। इसमें आपकी भागीदारी नहीं भी होगी तो चलेगा। इससे आपको अपने ऑफिस के काम पर ध्यान देने के लिए थोड़ा ज्यादा समय मिलेगा।