हमने कई बार सुना हैं ‘पैसे पेड़ पर नहीं उगते’, वैसे ही हमें हमारे पैसों को बचाने के तरीक़े का अंदाज़ा होना चाहिए. हम आपके लिए कुछ ऐसे टिप्स लाए हैं, जिससे आपको शॉपिंग भी बंद नहीं करनी पड़ेगी और आपके पैसे भी बच जाएंगे.
किसी ने सच ही कहा है कि शॉपिंग करना एक कला है. इसी कला में आपको माहिर बनाने के लिए हम आपको कुछ ख़ास सलाहें दे रहे हैं. पहली सलाह तो यही होगी कि परिवार या दोस्तों के साथ शॉपिंग पर जाएं, इससे आपको डिस्कस करके सामान लेने का मौक़ा मिलेगा और आप सही व ज़रूरत की चीज़ें ही ख़रीदेंगी. और शॉपिंग का मज़ा भी दोगुना हो जाएगा. अब आइए आगे की टिप्स देख लें.
लिस्ट बनाएं
एक लिस्ट बनाएं जिसमें आपको आपकी ज़रूरत के मुताबिक़ चीज़ों को लिखना है और यह टिप किचन से लेकर वॉर्डरोब तक की शॉपिंग के लिए फ़ॉलो करें. पेपर पर ही नहीं, फ़ोन में भी यह लिस्ट तैयार कर सकते हैं. हम ज़्यादा पैसे तब ख़र्च करते हैं, जब हम वह चीज़ें भी ख़रीद लेते हैं जिनकी हमें ज़रूरत नहीं होती. यह लिस्ट बनाने से सिर्फ़ ज़रूरत की चीज़ें ख़रीदने में मदद मिलेगी और कम पैसे ख़र्च होंगे. जब ऑनलाइन शॉपिंग की बात आती है-तब हम सेल्स, ऑफ़र्स, और डिस्काउंट्स को देखकर क्या कुछ ख़रीद लूं-वाली मुद्रा में आ जाते हैं और इन्हीं ऑफ़र्स के चक्कर में हम अपना जेब ख़ाली कर बैठते हैं. इसलिए ऑनलाइन शॉपिंग करते वक़्त सारी चीज़ें अपने कार्ट में डालें और अंत में एक बार अच्छी तरीक़े से देख लें. जो भी आपको लगता है कि ज़रूरत नहीं हैं, उसे डिलीट कर दें. कार्ट आपके लिए लिस्ट का रोल निभाएगा.
भूखे पेट शॉपिंग पर ना जाएं
यह आपको मज़ाक जैसा लग रहा होगा, लेकिन यह सच है. जब आप भूखे पेट शॉपिंग करने जाते हैं, तब हमारी रुचि चटर-पटर खाने में होती है, इसीलिए हम फ़ूड डिपार्टमेंट में चले जाते हैं. और वहां जाकर ढेर सारी बेवजह की स्नैक्स की शॉपिंग कर आते हैं. थोड़े दिनों बाद हमें पता चलता है कि वही चीज़ें घर पर बेकार हो रही हैं और इतना ही नहीं रास्ते में भी कुछ ऐसा खा लेते हैं, जिसका बिल 500 या 600 रुपए के नीचे नहीं होता. इसलिए घर पर खाना खाकर ही शॉपिंग के लिए निकलें. हेल्थ और पैसे दोनों कंट्रोल में रहेंगे.
जितने की ज़रूरत, उतना ही कैश ले जाएं
पहले तो कैश लेकर जाने का एक बड़ा फ़ायदा यह है कि हम उतने ही पैसे ख़र्च करते हैं, जितने जेब में हैं. यह बात साबित हो चुकी है कि जब हम कैश में शॉपिंग करते हैं, तो कम ख़र्च करते हैं. ज़रूरत से ज़्यादा पैसे ले जाने पर हम अपने बजट से आगे बढ़कर, वह सब भी ख़रीद लेते हैं, जिनकी हमें कोई ख़ास ज़रूरत नहीं होती. क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल जितना कम हो सके, उतना कम करें. यक़ीन मानिए आप क्रेडिट कार्ड से मिलनेवाले कैशबैक और अन्य ऑफ़र्स के मुक़ाबले ज़्यादा पैसे बचा लेंगे.
एक बजट सेट करें
बजट एक महत्वपूर्ण रोल प्ले करता है. हम ट्रैवलिंग के लिए, शादी के लिए, महीनेभर के ख़र्च के लिए बजट बनाते हैं, तो शॉपिंग के लिए बजट क्यों नहीं बना सकते? एक बजट बनाकर स्मार्ट तरीक़े से पैसों को ख़र्च करना चाहिए. पैसों का जोड़-घटाना नहीं, बल्कि सामानों का जोड़-घटाना करें. देखें कि क्या चीज़ें आपके बजट में बैठ रही हैं और क्या अगली शॉपिंग तक का इंतज़ार कर सकती है. एक जानी-मानी कहावत है,‘आप पैसा बचाओ, पैसा आपको बचाएगा’. यह बात 100% सच है. न्यासा के मार्केटिंग मैनेजर जेसेंटिया निकोल्सन कहते हैं,“हम सभी को शॉपिंग पसंद है और यह सच है कि यह थेरैप्यूटिक होता है. लेकिन हमें इसे बैलेंस करना आना चाहिए. हां! बिल्कुल हम कभी-कभार ओवर बजट जा सकते हैं पर उसे कंट्रोल करना आना चाहिए. हमें अपने आप को याद दिलाना चाहिए कि हमें सिर्फ़ ज़रूरत की चीज़े, ख़रीदनी हैं. हमारा दिमाग़ हमारे बॉडी और हम जो भी करते हैं उसे नियंत्रित करता है. इस तरीक़े का अनुशासन आपको प्रति व्यक्ति ज़रूरत से ज़्यादा ख़र्च करने से रोकता है.
गैप में शॉपिंग करें
गैप में शॉपिंग करने पर पैसों को सही तरीक़े से बांटने में अगली बार का बजट तैयार करने और चीज़ों के इस्तेमाल का अंदाज़ा हो जाता है. इंटरवल में शॉपिंग करने पर पैसे भी इंटरवल में ख़र्च होंगे, बार-बार नहीं. बार-बार शॉपिंग करने से जेब हमेशा ख़ाली ही रहेगी. क्योंकि हमारी चाहतों का तो कोई अंत नहीं होता.
ऑनलाइन बनाम ऑफ़लाइन और सेल शॉपिंग
यदि छोटी-मोटी चीज़ें ख़रीदनी हों तो आसपास की दुकान में जाकर ख़रीददारी करने का विकल्प चुनें. कपड़े और बाक़ी सारी चीज़ों के लिए ऑनलाइन, ऑफ़लाइन रिसर्च करके और पूरी जानकारी के बाद अपने इस्तेमाल के मुताबिक़ उसे ख़रीदें. यदि बहुत ज़्यादा सामान मंगाना हो, तो ऑनलाइन विकल्प चुनें, इससे स्टोर आने-जाने के ख़र्च में बचत होगी. लेकिन ऑनलाइन 70 प्रतिशत जैसी बड़ी छूट के झांसों में न पड़ें. एक बार ऑफ़लाइन उसकी क़ीमत ज़रूर जांचें. बैगिट के अतुल गर्ग सेल में शॉपिंग के लिए सलाह देते हैं,“सेल में शॉपिंग करते वक़्त अक्सर स्टोर और साइट्स दोनों जगहों पर ऑफ़ सीज़न प्रॉडक्ट्स होते हैं. यानी वे प्रॉडक्ट्स जिनका उस सीज़न कोई काम नहीं होता. और हम सेल देखकर इतने उत्साहित हो जाते हैं कि उन्हें ख़रीद लेते हैं और अपनी वॉर्डरोब में उन्हें उस सीज़न के इंतज़ार में सजा देते हैं. दिलचस्प यह कि जब वह मौसम आता है, तो आपकी शॉपिंग आउट ऑफ़ फ़ैशन हो चुकी होती है. इसलिए समझदारी इसी में है कि सेल में ऑल सीज़न प्रॉडक्ट्स को वरीयता दें.” सेल वगैरह आपको ज़रूरत से ज़्यादा ख़र्च करने के लिए प्रेरित करते हैं.
डिस्काउंट कूपन का उपयोग करें
कुछ मोबाइल वॉलेट का उपयोग करके आपको गिफ़्ट वाउचर या डिस्काउंट कूपन मिल सकता है. इन सब का सही इस्तेमाल करने से आपके पैसे बचेंगे. उसके लिए आपको लगातार सक्रिय रहना होगा. सीमा बंगेरा, प्रबंधक, कैपजेमिनी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का कहना है,“50% की छूट देखकर प्रॉडक्ट को कार्ट में डाल दें. प्रतीक्षा करें! आगे की रिसर्च करें. इससे भी बेहतर डील मिल सकती है. इसलिए आगे की खोज तब तक करें, जब तक कि आपको बेस्ट डील न मिल जाए.”