कितनी नींद है आपके लिए जरूरी
आजकल के वक्त में हर कोई बिजी लाइफ जी रहा है. अधिक काम और प्रेसर के कारण लोग नींद ( Sleep) से सबसे ज्यादा समझौता करता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आजकल के वक्त में हर कोई बिजी लाइफ जी रहा है. अधिक काम और प्रेसर के कारण लोग नींद ( Sleep) से सबसे ज्यादा समझौता करता है. देखा जाता है कि काम के अलावा पार्टी या फिर किसी और कारण से लोग सबसे पहले नींद का ही त्याग कर देते हैं. लेकिन अगर आप लगातार काफी समय के लिए अपनी नींद से समझौता कर रहे हैं, तो काफी खतरनाक (Health issue) हो सकता है. कम नींद का बुरा असर अपनी सेहत पर होता है. कम घंटों की नींद याददाश्त को प्रभावित करने के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म और रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित करती है. कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो लंबी अवधि तक नींद (sleeping issue) की कमी के कारण ओबेसिटी, टाइप टू मधुमेह और यहां तक कि कैंसर जैसी बीमारियों का लोगों में जोखिम काफी बढ़ जाता है.
ये होती हैं बीमारी
ऐसे में अगर आप हेल्दी लाइफ को जीना चाहते हैं तो हर रोज करीब आठ घंटे से कम की नींद ना लें. इससे कम ही नींद सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छी नहीं है. कम नींद के कारण से भोजन को सही तरीके से पचाने की क्षमता, संक्रमण से लड़ने की क्षमता और कई शारीरिक प्रक्रियाओं पर भी बुरा असल होता है. नींद कम लेने से याददाश्त भी खराब होती है. अधिकांश लोग एक रात की भी खराब नींद के बाद इन सभी दिक्कतों का अनुभव करते हैं.इसके अलावा हार्ट, कैंसर और बीपी की बीमारी के शिकार भी आप होते हैं.
कम नींद का बुरा असर
आपको बता दें कि लोग अलग अलग तरह से सोते हैं. कुछ काम पूरा करने के लिए नींद से समझौता करते हैं, कुछ को वर्किंग शिफ्ट की वजह से नींद के साथ संतुलन बैठाना होता, तो कुछ लोग माहौल की वजह से कम सो पाते हैं.
अलग-अलग अवधि में पूरी कर सकते हैं नींद
अगर आपके काम आदि के कारण आप लगातार 8 घंटे की नींद नहीं ले पा पहे हैं तो इसकी पूर्ति आप छोटी-छोटी अवधि में इसे पूरा कर सकते हैं. इससे आप 8 घंटे की नींद को टुकड़ों में पूरा कर लेते हैं. अगर आप मुख्य रूप से 4, 5 घंटे की नींद ले रहे हैं, तो दोपहर में एक या दो घंटे की झपकी के साथ अपनी बाकी नींद की पूर्ति कर सकते हैं. एक छोटी सी झपकी हेल्थ पर अच्छा असर डालती है.
जानें नींद के चरण
झपकियों से आपकी नींद हमेशा पूरी नहीं होती है. कम अवधि की नींद के साथ यह एक सपोर्टिव सिस्टम की तरह कारगर हो सकात है. आपको बता दें कि माइंडको हर रात कम से कम एक लंबी नींद के चक्र की जरूरत होती है,ताकि वह सही तरह से अपना काम करता रहे. हमारी रात की नींद में एक बुनियादी 'एनाटॉमी' होती है
-नींद का पहला चरण तब होता है जब आप एक अच्छी नींद को फील कर रहे होते हैं ये चरण कुछ मिनटों का ही होता है.दूसरा चरण एक हल्की नींद है, जिसमें आपके शरीर का तापमान गिर जाता है और आंखों की गति रुक जाती है. ये यह चरण 10-25 मिनट तक का होता है. जबकि तीसरा चरण धीमी-तरंग नींद है.एक हेल्दी लाइफ के लिए तीसरे चरण की नींद की अति आवश्यकता होती है. नींद नहीं आने सेघबराहट होती है, बेचैनी होती है जो आपके दिल पर बुरा असर छोड़ती है.