हैं,‘‘झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के पठारी इलाक़ों में एक ख़ास क़िस्म की रोटी बनती है, जिसे ‘पपरी रोटी’ कहते हैं. यह थोड़ी-थोड़ी दोसे की तरह होती है, लेकिन इसका स्वाद, छूने और खाने का एहसास दोसे से बिल्कुल अलग होता है. गरमागर्म पपरी रोटी का स्वाद लाजवाब होता है! इसे आप किसी भी सामान्य सब्ज़ी या चटनी के साथ खा सकते हैं. पर हां, इसका लाजवाब स्वाद इसे गर्म-गर्म खाने पर ही मिलेगा.’’पपरी रोटीसामग्री2 कटोरी चने की दाल1 कटोरी चावलएक चुटकी हल्दी (वैकल्पिक)विधिनमक व जीरा, वैकल्पिक व स्वादानुसार1 चने की दाल व चावल को 4-5 घंटे के लिए भिगो लें. ध्यान रखें की दाल की मात्रा कम रखने से रोट कड़ी बनेगी और अधिक रखने से मुलायम. इस मिश्रण को अच्छी तरह पीस लें.2 यदि रोटी का रंग हल्का पीला चाहती हैं तो इस मिश्रण में हल्दी मिलाएं. ज़ाहिर है, इससे रोटी के स्वाद में थोड़ा फ़र्क़ आएगा. जीरा और नमक भी वैकल्पिक हैं, यदि रोटी में इनका स्वाद पसंद करते हैं तो इन्हें मिलाएं.3 तवा गर्म करें. उसपर तेल लगाएं और यह मिश्रण तवे पर डालें. इसे कटोरी की पेंदी की सहायता से फैलाएं और पतली से पतली पपरी रोटी बनाने का प्रयास करें.4 हल्का तेल या घी डालकर इसे परांठे की तरह सेंकें. इसे किसी भी सब्ज़ी के साथ खाया जा सकता है.