शरीर के बेहतर विकास के लिए पोषक तत्वों से भरपूर आहार की आवश्यकता होती है। इस कारण डॉक्टर भी शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने के लिए संतुलित भोजन लेने की सलाह देते हैं। मगर, क्या आप जानते हैं कि प्रत्येक पोषक तत्व की एक अलग अहमियत होती है और सभी पोषक तत्वों में प्रोटीन हमारे शरीर के विकास और मजबूती के लिए अधिक अहम माना जाता है।
हाई प्रोटीन शरीर के लिए किस प्रकार से फायदेमंद है
प्रोटीन हमारे शरीर की प्रत्येक कोशिका में मौजूद होता है। यह मुख्य रूप से हडि्डयों, मांसपेशियों, त्वचा के निर्माण और उन्हें स्वस्थ बनाए रखने के लिए आवश्यक माना जाता है। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ लेने की सलाह दी जाती है। वहीं उम्र और शरीर के वजन के हिसाब से प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रोटीन की आवश्यक मात्रा अलग-अलग हो सकती है। ऐसे में वयस्कों को 0.8 ग्राम प्रोटीन प्रति किलो, किशारों को 1.0 ग्राम प्रोटीन प्रति किलो और बच्चों को 1.5 ग्राम प्रोटीन प्रति किलो शारीरिक वजन के अनुसार चाहिए होता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि हाई प्रोटीन शरीर के लिए फायदेमंद होने के साथ-साथ बहुत आवश्यक होता है।
हाई प्रोटीन डाइट के फायदे
1. मांसपेशियों को मजबूत बनाए
सामान्य तौर पर हर किसी ने सुना होगा कि अच्छी मसल्स चाहिए तो भोजन में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थो को शामिल करना बहुत जरूरी है। वहीं जिम जाने वाले लोग भी मजबूत मांसपेशियों के लिए डाइट में प्रोटीन शेक का सेवन करते हैं। यह बात प्रोटीन डाइट पर आधारित एक शोध में भी मानी गई है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित इस शोध में जिक्र मिलता है कि प्रोटीन युक्त आहार मांसपेशियों को मजबूत बनाने का काम कर सकता है। साथ ही यह शारीरिक कार्यक्षमता को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकता है।
2. हडि्डयों को मजबूती प्रदान करे
मांसपेशियों के साथ ही हाई प्रोटीन हडि्डयों को मजबूत करने में भी फायदेमंद हो सकता है। यह बात एक रिसर्च से सीधे तौर पर स्पष्ट होती है। रिसर्च में माना गया है कि हाई प्रोटीन हडि्डयों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में अहम भूमिका निभा सकता है। दरअसल, यह आंतों में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है और पैराथाइरॉइड हार्मोन (पैराथायराइड ग्रंथियों द्वारा बनाया जाने वाला एक हार्मोन) को कम करता है। पैराथाइरॉइड हार्मोन की अधिक मात्रा रक्त में कैल्शियम का स्तर अधिक और फास्फोरस का स्तर कम कर सकती है। इससे हडि्डयों के टिश्यू को नुकसान हो सकता है। इसके साथ ही प्रोटीन मांसपेशियों की शक्ति और क्षमता में सुधार करता है। ऐसे में यह सभी कारक संयुक्त रूप से हडि्डयों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं।
3. घाव भरने में सहायक
हाई प्रोटीन का सेवन घाव भरने की प्रक्रिया को बढ़ाने में भी मददगार हो सकता है। यह बात घाव भरने से जुड़े एनसीबीआई पर प्रकाशित एक शोध से साफ होती है। शोध में जिक्र मिलता है कि घाव भरने के लिए संतुलित आहार और अच्छे पोषण की आवश्यकता होती है। खराब पोषण घाव भरने की क्षमता को कम करने के साथ ही घाव भरने के समय को लम्बा खींच सकता है। वहीं प्रोटीन की कमी के कारण कोलेजन (एक प्रकार का प्रोटीन) का गठन और घाव के जल्दी भरने की स्थिति में कमी आती है। इस वजह से घाव भरने में समय लग सकता है। इस तथ्य को देखते हुए हाई प्रोटीन डाइट को घाव भरने में मददगार माना जा सकता है।
4. मानसिक स्वास्थ्य के लिए उपयोगी
शरीर में लंबे समय तक प्रोटीन की कमी के कारण मस्तिष्क पर बुरा असर देखने को मिल सकता है। इसमें दिमागी काम-काज बाधित हो सकता है। इस बात को एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में स्पष्ट रूप से स्वीकार किया गया है। शोध में माना गया है कि प्रोटीन की कमी के कारण बढ़ती उम्र में होने वाली अल्जाइमर की समस्या (याददाश्त संबंधी मानसिक विकार) का जोखिम बढ़ सकता है। वहीं उचित मात्रा में प्रोटीन की पूर्ति इस समस्या के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है। साथ ही दिमागी कार्यक्षमता को भी बढ़ावा दे सकती है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि हाई प्रोटीन डाइट मनोस्थिति को सुधार कर दिमागी कार्यक्षमता को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है।
5. वजन नियंत्रण में मददगार
मोटापे की समस्या से परेशान होने वाले लोगों के लिए प्रोटीन एक वरदान साबित हो सकता है। रिसर्च कहते हैं कि वजन कम करने के लिए प्रोटीन युक्त आहार एक बेहतर विकल्प हो सकता है। दरअसल, हाई प्रोटीन आहार को पचाने में सामान्य खाद्य पदार्थों के मुकाबले अधिक समय लगता है। इस कारण लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है और भूख कम लगती है। इसके अलावा यह शरीर को काम करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करने में भी मदद करता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि वजन नियंत्रण करने के उपाय के तौर पर हाई प्रोटीन डाइट प्रभावी साबित हो सकती है।