मृत्यु की सबसे बड़ी वजह बनती जा रही है दिल से जुड़ीं बीमारियां, ना करें इन लक्षणों को नजरअंदाज

मृत्यु की सबसे बड़ी वजह बनती

Update: 2023-06-11 11:20 GMT
हृदय हमारे शरीर का एक अहम अंग होता है। जब हृदय स्वस्थ रहता है, तो हम भी लंबे समय तक स्वस्थ रहते हैं। लेकिन हृदय के साथ थोड़ी सी भी गड़बड़ी हमारे पूरे स्वास्थ्य को प्रभावित कर देती है। दुनियाभर में दिल से जुड़ीं बीमारियां मृत्यु की सबसे बड़ी वजह बनती जा रही है। बढ़ती उम्र के साथ-साथ दिल की बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है। दिल से जुड़ी कोई भी बीमारी तब शुरू होती है, जब खून की नसों में कोई समस्या होती है। लेकिन अधिकतर यह देखने को मिला हैं कि लोगों को दिल की बीमारी का पता ही नहीं चलता क्योंकि इसमें स्पष्ट लक्षण दिखाई नहीं देते। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें नजरअंदाज करने से बचना चाहिए क्योंकि ये दिल से जुड़ी बीमारियों का संकेत हो सकते हैं। आइये जानते हैं इन लक्षणों के बारे में...
छाती में जलन
यह दिल की बीमारी का सबसे आम लक्षण है। यदि आपकी दिल को रक्त पहुँचाने वाली धमनी में रुकावट है और आपको दिल का दौरा पड़ रहा है, तो आपको अपनी छाती में दर्द या जकड़न जैसा महसूस होता है। प्रत्येक व्यक्ति इसे अलग-अलग तरीक़े से महसूस करता है, जैसे किसी व्यक्ति को यह छाती पर किसी भारी वस्तु की उपस्थिति की तरह लगता है, वही किसी को छाती में तीव्र जलन अनुभव हो सकती है। ये बेचैनी आपको कुछ मिनटों तक महसूस हो सकती है और यह तब भी रहती है जब आप लेटे हों या जब आप चल रहे हों। अगर यह बेचैनी या दर्द कुछ क्षण के लिए है और दबाव के साथ बढ़ती है, तो ज़रूरी नहीं कि यह दिल से संबंधित हो। लेकिन कई बार दिल की बीमारी सीने में दर्द के बिना भी महिलाओं, बुजुर्गों और मधुमेह रोगियों में हो सकती है।
सांस लेने में परेशानी
यह हार्ट फेल होने या कई बार आर्टरियों में ब्लॉकेज का लक्षण हो सकता है। शुरुआत में मरीज थकान होने और सांस लेने में परेशानी की शिकायत करने लगता है। अग्रिम चरणों में आराम करते हुए भी मरीज को ऐसे लक्षण महसूस होने लगते हैं। ऐसा हृदय की मांसपेशियों में कमजोरी की वजह से होता है जिसे कार्डियोमायोपैथी के नाम से जाना जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर
इन दिनों हाई ब्लड प्रेशर की समस्या लोगों में कॉमन हो गई है। 50 वर्ष से ऊपर की उम्र के बाद इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। आप अपने पैरेंट्स का हर हफ्ते या 15 दिनों के अंदर डिजिटल ब्लड प्रेशर मापने वाली मशीन की मदद से ब्लड प्रेशर चैक कर सकते हैं। यदि आपके माता-पिता उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं, तो आपको नियमित रूप से जांच करानी चाहिए। अनियंत्रित उच्च रक्तचाप आपके दिल को कठोर बना सकता है जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
चक्कर आना
वैसे तो डिहाइड्रेशन की वजह से भी चक्कर आ जाते हैं। लेकिन यह अस्वस्थ हृदय का भी लक्षण हो सकता है। अगर आपको अचानक से चक्कर आते हैं, सांस लेने में तकलीफ होती है तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें। क्योंकि आपको लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में हमारा हृदय उस तरह से पंप करने में सक्षम नहीं होता है, जिस तरह से इसे करना चाहिए।
पसीना आना
अगर आपको बिना कुछ काम किए पसीना आ रहा है तो मतलब आपको हार्ट अटैक आ सकता है या दिल कमजोर पड़ने लगा है। वहीं चलने के दौरान पिंडली में क्रैंपिंग महसूस हो तो इसे नजरअंदाज ना करें।
शरीर के इन अंगों में दर्द
हार्ट से जुड़ी समस्या में आपको शरीर को कुछ अंगों में दर्द होना शुरू होता है। ऐसे में पहले ये दर्द सीने के बीचों-बीच वाले भाग से शुरू होता है जो धीरे-धीरे कंधे से होता हुआ आपकी पीठ तक पहुंच जाता है। इसके अलावा जब ये दर्द गले या फिर जबड़े तक पहुंच जाए तो समझ लें आप हार्ट अटैक के बहुत करीब पहुंच चुके हैं या फिर आपको हार्ट अटैक आ गया है।
निचले अंगों में सूजन महसूस होना
जब आपका दिल ठीक ढंग से खून प्रवाहित नहीं कर पता तो टाँगो, टखनों और पैरो में सूजन आ जाती है। आपकी शिराओं में असामान्य रक्त प्रवाह की वजह से शरीर में सूजन भी आ सकती है। कई बार दिल की बीमारी आपके गुर्दों के काम को भी प्रभावित कर सकती है जिससे शरीर से अतिरिक्त पानी और सोडियम को हटाने के कार्य पर असर पड़ता है और आपके शरीर में सूजन भी आ सकती है।
अगर आप सीढ़ियां चढ़ने, चलने-फिरने या थोड़ा सा काम करने के बाद थक जाते हैं, तो आपको डॉक्टर से मिलने की जरूरत है। अत्यधिक थकावट, कमजोरी हृदय रोग का लक्षण हो सकता है, खासकर महिलाओं में। इसलिए अगर आप जल्दी थक जाती हैं, तो डॉक्टर से जरूर मिलें।
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