फ्लोरिंग आप के घर को ओवरआल लुक देती है। इन दिनों वुडन फ्लोरिंग ज्यादा चलन में है। यह डिफरैंट पैटर्न में मार्केट में उपलब्ध है। यदि आप अपने घर को अलग लुक देना चाहती हैं, तो वुडन फ्लोरिंग करवाएं।
कर्वड डिजाइन: इस पैटर्न में लकड़ी पर डिजाइनर नक्काशी होती है, जो बेहद खूबसूरत कला है। यह फ्लोरिंग लंबे समय तक आप के घर की शोभा बढ़ाएगी। इस लकड़ी का रंग सूरज की रोशनी में और भी रोशन हो जाता है।
परक्युट पैटर्न: फ्लोरिंग का यह पैटर्न आप के रूम को एक नया और वार्म लुक देगा। बॉक्स डिजाइंड यह पैटर्न चैस बोर्ड की तरह लाइट और ब्राइट कलर कौंबिनेशन में होता है।
हीरिंगबोन पैटर्न: यह पैटर्न जिगजैग डिजाइन में मिलेगा। यह घर को एक रैंडम लुक देता है। लकड़ी का कीमिश कलर दीवारों के कलर पर भी खूब फबता है।
पेरिमीटर बौर्डर: पैटर्न यह पैटर्न आप के फ्लोर के बौर्डर को आऊटलाइन करता है। इस से कमरे को फौर्मल लुक मिलता है। अगर बिना डिजाइन की फ्लोरिंग चाहती हैं, तो इस वुडन पैटर्न का इस्तेमाल कर सकती हैं।
लगाने में आसान :आजकल वुडन फ्लोरिंग ट्रैंड में है। ज्यादातर लोग इसे पसंद कर रहे हैं। अहम बात यह है कि वुडन फ्लोरिंग अपनी इंसुलेटिंग क्षमता के कारण लंबे समय तक खराब नहीं होती। इस की सब से खास बात यह है कि इसे मात्र 3-4 घंटों में ही लगाया जा सकता है, क्योंकि तख्तों को एकदूसरे के साथ एक विशेष बौंडिंग के साथ जोड़ते हुए इंटरलॉक किया जाता है। इसे लगाना आसान है। इसे लगाने या लॉक करने के लिए ‘टंग ऐंड गू्रव’ तकनीक या किसी चिपकाने वाले पदार्थ अथवा कीलों का प्रयोग करते हैं।
जब बजट हो कम: अगर आप को लगता है कि रियल वुडन फ्लोरिंग आप के बजट में फिट नहीं बैठती, तो इस बात को ले कर अफसोस करने की जरूरत नहीं है कि आप अपने घर को खूबसूरत लुक नहीं दे पाएंगी। आधुनिक तकनीक की वजह से आज बाजार में ऐसी फ्लोरिंग उपलब्ध हैं, जो वुडन न होने के बावजूद उस जैसी लगती हैं। इसे लगा कर आप कम खर्च में हार्डवुड जैसा एलिगैंट लुक डैकोर में ला पाएंगी।
बेहतर विकल्प: विनायल प्लैंक फ्लोरिं , पौली विनायल क्लोराइड (पीवीसी) से बनी होती है, जो बहुत उच्च क्वालिटी का प्लास्टिक होता है, जिस के पीछे चिपकाने वाला पदार्थ लगा कर फ्लोर पर चिपका दिया जाता है। देखने में बिलकुल हार्डवुड जैसी लगने के साथ-साथ यह वाटरपू्रफ भी होती है और इस पर दीमक भी नहीं लगती। जो लोग केवल लिविंग या बैडरूम में ही नहीं, बल्कि अपने बाथरूम को भी वुडन टच देना चाहते हैं, उन के लिए यह बेहतर विकल्प है।
देखभाल: फर्श पर जमी धूलिमट्टी को साफ और सूखे कपड़े से ही पोंछें। हर 5-6 साल के अंतराल पर फर्श को पॉलिश कराएं। अगर कमरे के फर्श पर धूप आती है, तो वहां परदे का इस्तेमाल करें, क्योंकि धूप से लकड़ी का रंग फीका पड़ सकता है। फर्श पर पानी इकट्ठा न रहने दें, क्योंकि इस से लकड़ी खराब हो सकती है।
क्या करें :सभी फर्नीचर जो उस कमरे में हों उन के नुकीले सिरों के नीचे कौटनबॉल या फर्नीचर पैड लगा दें।
दरवाजे पर डोरमेट का उपयोग करें व इन की नियमति सफाई जरूरी है।
वैक्यूम क्लीनर का उपयोग सॉफ्ट ब्रश के साथ करें।
अगर घर पर पेट्स हों, तो यह ध्यान रखें कि वे नाखूनों से μलोरिंग को न खुरचें।
सही गुणवत्ता वाले फ्लोरिंग क्लीनर का उपयोग करें।
फ्लोर की सफाई के लिए हमेशा अच्छे पैड का उपयोग करें।
क्या न करें :भारी व ऊंची हील की सैंडिल, जूतों का उपयोग कम से कम करें।
अमोनिया या अन्य किसी एसिड के प्रयोग से बचें।
पानी का उपयोग फ्लोरिंग को धोने में न करें।
भारी फर्नीचर को फ्लोरिंग पर घसीटें नहीं।