भारती तनेजा, ऐल्प्स ब्यूटी ग्रुप की संस्थापक के अनुसार, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है, त्वचा का नैसर्गिक लचीलापन कम होने लगता है और त्वचा ज़्यादा नाज़ुक बन जाती है. नैसर्गिक ऑयल्स का प्रोडक्शन कम होने से त्वचा रूखी हो जाती है और झुर्रियोंयुक्त दिखाई देने लगती है. निचली परतों में फ़ैट कम होने लगता है और इसकी वजह से त्वचा ढीली पड़ जाती है और लटकने लगती है. साथ ही बारीक़ रेखाएं स्पष्ट नज़र आने लगती हैं. भारती, अच्छे स्किन केयर रूटीन का अनुसरण करने की सलाह देती हैं. इस रूटीन को यदि आप नियमित रूप से फ़ॉलो करेंगी, तो तय है कि आपकी त्वचा उम्र से पहले बूढ़ी नज़र नहीं आएगी.
क्लेंज़िंग: सुबह सबसे पहले डीप-पोर, सोप-फ्री और नॉन-फ़ोमिंग क्लेंज़र से चेहरे को साफ़ करें. क्योंकि फ़ोमिंग फ़ेस वॉश त्वचा को शुष्क बना देता है. थोड़ा-सा फ़ेस वॉश अपनी हथेलियों पर लेकर दो-तीन मिनट तक मसाज करें. ठंडे पानी से चेहरा धोएं और साफ़ तौलिए से सुखा लें.
टोनिंग: टोनर क्लेंजिंग के दौरान खुले हुए रोमछिद्रों को बंद करता है. टोनिंग से आपकी त्वचा में कसाव आता है. अतः हर क्लेंज़िंग रूटीन में इसे शामिल करना न भूलें. आप ख़ुद भी अपना टोनर तैयार कर सकती हैं. तुलसी, नीम और पुदीना के पत्तों को एक लीटर पानी
मॉइस्चराइज़िंगः यह स्टेप आवश्यक है और हर प्रकार की त्वचावालों को इसका अनुसरण करना चाहिए, यहां तक कि गर्मियों में भी. यह आपकी त्वचा को मुलायम और लचीला बनाता है और आपकी त्वचा को आवश्यक नमी पहुंचाता है. ऑयली स्किन के लिए जेल फ़ॉर्मूला का इस्तेमाल करें, सामान्य त्वचा के लिए वॉटर-बेस्ड, वहीं शुष्क त्वचा के लिए रिच, क्रीमी मॉइस्चराइज़र आज़माएं.
पोषित करें: उम्र के चौथे दशक में हमारी त्वचा को ज़्यादा पोषण की ज़रूरत होती है. सप्ताह में एक बार त्वचा पर बादाम के तेल से मसाज करें, ताकि त्वचा खिली-खिली नज़र आए.
सनस्क्रीन,
सुरक्षा करें: त्वचा सूरज की किरणों के जितने ज़्यादा संपर्क में आएगी, उसके टैन होने की संभावना उतनी बढ़ जाएगी और एजिंग के संकेत उतनी ही जल्दी दिखाई देने लगेंगे. कम से कम 30 एसपीएफ़ वाला सनस्क्रीन, जो यूवीए और यूवीबी किरणों से त्वचा की रक्षा करे, का इस्तेमाल करें.