इंसुलिन सेंसेटिविटी को बेहतर बनाने के लिए अपनाएं यह आसान उपाय

ऐसे में आप तनाव हार्मोन को कम करने के लिए ध्यान, व्यायाम और नींद आदि एक्टिविटीज पर पर्याप्त ध्यान दें।

Update: 2022-07-22 09:26 GMT

शरीर की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने के लिए कई तरह के हार्मोन काम करते हैं। इन्हीं में से एक है इंसुलिन। इंसुलिन एक आवश्यक हार्मोन है जो आपके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है। यह हार्मोन आपके रक्त से शर्करा को आपकी कोशिकाओं में ले जाने में मदद करता है। लेकिन जब शरीर में सेल्स इंसुलिन रेसिस्टेंट होती हैं, तो वे इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाती हैं, जिससे आपका रक्त शर्करा उच्च हो जाता है। जिसके कारण टाइप 2 मधुमेह होने की संभावना बढ़ जाती है। साथ ही, लंबे समय तक उच्च रक्त शर्करा नसों और अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है।


ऐसे में शरीर में इंसुलिन सेंसेटिविटी को बेहतर बनाने की आवश्यकता होती है। इंसुलिन सेंसेटिविटी का अर्थ है कि आपकी कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति कितनी प्रतिक्रियाशील हैं। जब आप इसे बेहतर बनाते हैं, तो आपको इंसुलिन रेसिस्टेंस और मधुमेह सहित कई बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको इंसुलिन सेंसेटिविटी को बेहतर बनाने के कुछ आसान उपाय बता रहे हैं-

लें अच्छी नींद
बेहतर स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद लेना बेहद आवश्यक है। नींद की कमी के चलते संक्रमण, हृदय रोग और टाइप 2 मधुमेह का जोखिम काफी बढ़ जाता है। इतना ही नहीं, नींद की कमी का कनेक्शन इंसुलिन सेंसेटिविटी से भी है। जब आप नींद कम लेते हैं, तो यह इंसुलिन रेसिस्टेंस को बढ़ा सकती है। वहीं, दूसरी ओर अच्छी नींद लेने से इसके प्रभावों को उलटने में मदद मिल सकती है।


करें व्यायाम
नियमित व्यायाम इंसुलिन सेंसेटिविटी को बढ़ाने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। जब आप व्यायाम करते हैं, तो यह शुगर को मसल्स में स्थानांतरित करने में मदद करता है और इससे इंसुलिन सेंसेटिविटी को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। आप चाहे एरोबिक्स करें या फिर रेसिस्टेंस ट्रेनिंग, यह दोनों ही इंसुलिन सेंसेटिविटी को बढ़ाती है। साथ ही इन दोनों को एक साथ करने से बेहतर रिजल्ट मिलते हैं।

तनाव के लेवल को करें मैनेज
शरीर में तनाव के स्तर को नियंत्रित करके भी इंसुलिन सेंसेटिविटी को बेहतर बनाया जा सकता है। निरंतर तनाव आपके तनाव हार्मोन के स्तर को उच्च रखता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाता है। इतना ही नहीं, तनाव हार्मोन शरीर को अधिक इंसुलिन रेसिस्टेंट बनाते हैं। ऐसे में आप तनाव हार्मोन को कम करने के लिए ध्यान, व्यायाम और नींद आदि एक्टिविटीज पर पर्याप्त ध्यान दें।


Tags:    

Similar News

-->