जरा सी आवाज भी तोड़ देती है आपकी गहरी नींद, तो संभल जाएं कभी भी हो सकते हैं ये 4 गंभीर डिसीज
नींद की जरूरत आपको भले ही न हो लेकिन आपके बॉडी और ब्रेन को इसकी बहुत आवश्यकता होती है। इसलिए एक्सपर्ट रोज 7-8 घंटे सोने की सलाह देते हैं पर कुछ लोगों को नींद से जुड़ी समस्याएं होती हैं, जो उन्हें सोने के टारगेट को पूरा करने से रोकती है। इसमें अनिद्रा, स्लीप एपनिया, रात में बार-बार पेशाब आना, खर्राटे आना, नींद में चलना आदि शामिल हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कच्ची नींद भी सोने में रुकावट बन सकी है।
लाइट स्लीपर उन लोगों को कहा जाता है, जो कितनी भी गहरी नींद में हों जरा सी आवाज से उठ जाते हैं। ऐसे लोगों में चिड़चिड़ापन अधिक होता है। साथ ही उनके संपूर्ण स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। ऐसे में यहां हम आपको कच्ची नींद की वजह से संभावित बीमारियों के जोखिम और पर्याप्त नींद लेने के उपाय बता रहें हैं, जो आपको हैल्दी रहने में मदद कर सकते हैं।
लाइट स्लीपर में डायबिटीज का जोखिम ज्यादा होता है। ऐसे लोग रात में बार-बार उठने से पर्याप्त मात्रा में नींद नहीं ले पाते हैं। यदि आप नियमति रूप से 7 घंटे से कम नींद लेते हैं, तो आपका इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ सकता है। जिससे अगले दिन अधिक भूख लगने के साथ शूगर क्रेविंग बढ़ सकती है, जो आपके ब्लड शूगर को अनियंत्रित करती है इसलिए डायबिटीज मरीजों को पर्याप्त सोने की सलाह दी जाती है।
हाई ब्लड प्रैशर को साइलैंट किलर कहा जाता है, क्योंकि इसके लक्षण आमतौर पर पकड़ में नहीं आते हैं और आगे चलकर हार्ट अटैक का कारण भी बन सकते हैं। अपर्याप्त नींद स्ट्रेस को बढ़ाने का काम करती है, जो हाई बीपी के जोखिम को गई गुना तक बढ़ा देते हैं।
खराब या अपर्याप्त नींद हार्ट डिसीज के जोखिम को बढ़ाने वाले कारक, कोलैस्ट्रॉल, ब्लड प्रैशर से जुड़ी होती है। ऐसे में यदि आप अच्छे से नहीं सो रहे हैं, तो आपका दिल खतरे में पड़ सकता है।
नींद की कमी शरीर में हार्मोन असंतुलन पैदा करती है, जो अधिक खाने और मोटापे को बढ़ावा देती है। जब आप पर्याप्त नींद नहीं ले रहे होते हैं, तो इन हार्मोनों का उत्पादन तेजी से बढ़ने लगता है, जो भूख को ट्रिगर करता है।
यदि आपकी नींद भी कच्ची है, तो संभव है कि आप रोज पर्याप्त नींद न ले पा रहें हो। ऐसे में अपर्याप्त नींद आपको छोटे से लेकर जानलेवा बीमारी का शिकार बना सकती है। इसलिए जरूरी है कि रोज 7-8 घंटे की नींद के लिए आप कुछ चीजों को आदत में शामिल करें। इसमें रोज एक ही टाइम पर सोना, सोने से 60 मिनट पहले इलैक्ट्रॉनिक डिवाइस न चलाना, दोपहर में सोने से बचना, रात में हल्का खाना खाना शामिल है।