दूध पीने से सेहत को कई फायदे! सही पोस्चर में दूध पीना जरूरी, डॉक्टर बता चुके हैं सही तरीका
क्या पोस्चर चेंज करने से सेहत पर कुछ असर पड़ता है? ऐसे ही कुछ सवालों का जवाब आज हम आपको दे रहे है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इस बात को लेकर अक्सर बहस होती है कि एक ग्लास दूध (A Glass of Milk) को खड़े होकर पीना चाहिए, या बैठकर? आखिर कौन से पोस्चर में रहकर दूध का सेवन करना सही है? क्या पोस्चर चेंज करने से सेहत पर कुछ असर पड़ता है? ऐसे ही कुछ सवालों का जवाब आज हम आपको दे रहे है.
क्यों पीना चाहिए दूध?
-दूध पीने के कई फायदे हैं, इसमे मौजूद कैल्शिम (Calcium) दांत और हड्डियों को मजबूत बनाता है.
-दूध (Milk) में पोटाशियम (potassium) पाया जाता है जो दिल की सेहत के लिए अच्छा है.
-दूध में मौजूद विटामिन डी (Vitamin D) अननैचुरल सेल ग्रोथ को रोकता है, जिससे कैंसर (Cancer) का खतरा कम हो जाता है.
- दूध पीने से सेरोटोनिन (serotonin) का सिक्रीशन होता है, जो एक खुशियों से जुड़ा हार्मोन है, इससे टेंशन कम होती है.
- दूध (Milk) पीने से शरीर को नैचुरल फैट मिलता है जो सेहत के लिए फायदेमंद है, इससे शरीर में अनचाही चर्बी नहीं बढ़ती.
दूध खड़े होकर या बैठकर पीना चाहिए?
डॉक्टर्स इस बात की सलाह देते हैं की एक ग्लास दूध को बैठ कर नहीं पीना चाहिए, क्योंकि जब आप ऐसा करते हैं तो दूध शरीर के आधे हिस्से में धीर-धीरे फैलता है क्योंकि सिटिंग पोस्चर स्पीड ब्रेकर के तौर पर काम करता है. इसके उलट जब आप खड़े होकर दूध पीते हैं तो इस तरल पदार्थ को सीधा रास्ता मिल जाता है, जिससे ये असानी से अवशोषित होने लगता है और शरीर के सभी सभी हिस्सों को न्यूट्रिएंट्स मिलने लगते हैं.
बैठकर दूध पीने से क्या होगा?
जब आप बैठकर दूध पीते हैं तो इस तरल पदार्थ की यात्रा में रुकावट आ जाती है और ये ऐसोफेगस (Oesophagus) के निचले हिस्से में ठहर जाता है अगर ये प्रकिया लंबे वक्त तक जारी रही तो गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफलक्स सिंड्रोम (Gastroesophageal Reflux Syndrome) जैसी परेशानी पैदा हो सकती है जिसे आमतौर पर जीईआरडी (GERD) कहा जाता है.
जब मजबूरी में बैठकर दूध पीना पड़े
अगर आपको मजबूरी में बैठकर दूध पीना पड़े तो इस बात का ख्याल रखें कि इसे जल्दबाजी में न निकलें. छोटे-छोटे घूंट ले ताकि आपका पेट को किसी भी तरह की परेशानी पैदा न हो. अगर आप ऐसा करेंगे तो पेट में ऐंठन (Stomach Cramps) नहीं होगी.