लाइफस्टाइल: बरसात का मौसम चल रहा है. मौनसून सीजन बहुत ही सुहाना होता है बरसात के होने से ठंड़ा मौसम हो जाता है. इसके साथ ही मौनसून में काफी उमस होती है. मौनसून सीजन में कई स्किन समास्याएं उत्पन्न हो जाती है. इन दिनो आसानी से स्किन रैशेज, पिंपल्स, एक्ने या मुहांसे की समास्याएं होती है. इसी वजह से बरसात के मौसम में मुंहासों को रोकने के लिए आपको कुछ खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए. हम आपको यहां उन्हीं आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जो मुंहासों का कारण बनते हैं.
दही सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. गर्मियों में दही खाना अच्छा होता है. लेकिन बरसात के मौसम में दही खाना ठीक नहीं होता क्योंकि इससे एक्ने की समस्या हो सकती है. असल में दही के सेवन से पित्त-कफ में बढ़ोत्तरी हो सकती है, जो एक्ने का कारण हो सकते हैं.
मौनसून के समय चॉकलेट न खाएं क्योंकि चॉकलेट हमारी गो-टू स्वीट है! लेकिन यह आपके लिए चिंता का विषय हो सकता है, क्योंकि बहुत अधिक चॉकलेट खाने से मुंहासों का खतरा बढ़ जाता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि चॉकलेट कोको, दूध और चीनी से भरी हुई हैं, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली में हस्तक्षेप कर सकती हैं और इस वजह से, पिंपल्स का कारण बन सकती हैं.
वैसे तो फास्ट फूड खाना हेल्थ के लिए अच्छा नहीं होता है. लेकिन बरसात के समय फास्ट फूड नहीं खाना चाहिए इससे मुंहासों खतरा बढ़ जाता है. फास्ट फूड में फैट, रिफाइंड कार्ब्स और कैलोरी से भरे होते हैं. फास्ट फूड जैसे बर्गर, पिज्जा, नगेट्स, हॉट डॉग, मिल्कशेक, सोडा, आदि मुँहासे के विकास को बढ़ा सकते हैं. आंकड़ो के मुताबिक इन फास्ट फूड के सेवन से मुँहासे के विकास में 24% की वृद्धि हो सकती है.
कॉफी का सेवन ज्यादातर वर्किंग लोग करते हैं. कॉफी पीने से लोगों को लगता है कि वे एनर्जेटिक फील करते हैं और काम करने की क्षमता बेहतर होती है. वहीं, आयुर्वेद के अनुसार, ज्यादा मात्रा में कॉफी पीना सही नहीं होता है. इसमें हीटिंग प्रॉपर्टी होती है, जो कि पित्त को बढ़ाने का काम कर सकता है, जो एक्ने का कारण बन सकते हैं.
बरसात के समय में का उड़द दाल सेवन कम करना चाहिए. उड़द दाल के सेवन से पित्त कफ में बढ़ोत्तरी हो सकती है, जो कि एक्ने का मुख्य कारण हो सकता है. इसलिए, अगर आपको काफी ज्यादा एक्ने की प्रॉब्लम रहती है, तो बेहतर है कि इन दिनों उड़द की दाल का सेवन न करें.