आजकल के दौर में देखा जाता हैं कि लोग अपना वजन जल्दी से जल्दी कम करना चाहते हैं और इसके लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग की मदद ली जाने लगी हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग आपके अतिरिक्त वजन को कम करने में बेहद कारगर है। इंटरमिटेंट फास्टिंग में कैफीन का बहुत सेवन किया जाता हैं जो काम से होने वाली थकान को दूर करने, एनर्जी बढ़ाने के साथ ही वजन कम करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कैफीन का अधिक सेवन आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता हैं। जी हां, कैफीन का सेवन आपको टैकिकार्डिया और टेकिअर्दिमिया जैसी गंभीर समस्याओं में भी डाल सकता है। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह कैफीन का अधिक सेवन सेहत को नुकसान पहुंचाता हैं...बॉडी हो सकती है डिहाइड्रेट
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान कैफीन का अधिक सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। दरअसल, जब आप ऐसा करते हैं तो इससे आपकी बॉडी का हाइड्रेशन लेवल काफी कम होने की संभावना रहती हैं। चूंकि आप विंडो पीरियड में खाते हैं और कुछ लोग फास्टिंग पीरियड में पानी तक नहीं पीते हैं, जिससे बॉडी में हाइड्रेशन कम होने लगता है। इस स्थिति में अगर कॉफी, या फिर कैफीन युक्त पेय पदार्थ का सेवन किया जाए तो इससे आपको प्यास और भी कम लगती है और बॉडी के डिहाइड्रेट होने का खतरा बढ़ जाता है।
ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है
कैफीन का अधिक सेवन आपका ब्लड प्रेशर भी बढ़ा सकता है। अगर आपने लंबे समय से कैफीन को अपनी डाइट में शामिल किया है तो आप ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित हो सकते हैं। अधिक कैफीन आपकी धमनियों की सिकुड़न का कारण भी बन सकता है। ऐसा जरूरी नहीं है कि कैफीन का सेवन करने वाले सभी लोगों का ब्लड प्रेशर बढ़ता है। यह कैफीन की मात्रा पर भी निर्भर करता है। हालांकि कई शोधों में भी यह बात सामने आई है कि कैफीन से ब्लड प्रेशर बढ़ता है।
कमजोर हो सकती हैं हड्डियां
आपको शायद पता ना हो, लेकिन इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान कैफीन का अधिक सेवन आपकी हड्डियों को भी कमजोर बना सकता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि आप एक लिमिटेड टाइम पीरियड के लिए ही खाते हैं। अगर उस दौरान भोजन के साथ-साथ कैफीन का सेवन किया जाए तो यह शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बाधित कर सकता है, जिससे हड्डियों के कमजोर व पतला होने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाएगी।
प्रजनन पर पड़ता है असर
यदि आप एक दिन में तीन से चार कप कॉफी पीते हैं तो सावधान हो जाएं, यह आपकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार कॉफी का अत्यधिक सेवन शुक्राणु उत्पादन को बाधित कर सकता है। महिलाओं के लिए परिणाम और भी गंभीर हैं। कॉफी का ज्यादा सेवन गर्भपात के खतरे को भी दोगुना कर सकता है।
बढ़ सकता है हार्ट का खतरा
अधिक मात्रा में चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स या फिर कैफीन युक्त अन्य पदार्थों के सेवन से आपके खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है। खासकर एनर्जी ड्रिंक्स में उच्च मात्रा में कैफीन के साथ ही एक्सट्रा शुगर भी पाई जाती है, जिससे शरीर में फैट की मात्रा बढ़ जाती है और यह फैट आपकी कमर के आसपास के हिस्सों में जम जाता है। इससे आगे जाकर हार्ट फेलियर का भी खतरा हो सकता है।
एसिडिटी की समस्या
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान कैफीन का अधिक सेवन एसिडिटी की समस्या को भी ट्रिगर कर सकता है। यह तो हम सभी जानते हैं कि एसिडिटी की समस्या का कारण लंबे समय तक ना खाना भी होता है। ऐसे में जब आप इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं तो इसका अर्थ है कि आप लिमिटेड विंडो में ही खा रहे हैं और बाकी समय आपकी फास्टिंग पर है। जिससे आपके खाने में लंबा गैप हो जाता है। ऐसे में अगर विंडो पीरियड में कैफीन का सेवन किया जाए तो यह एसिडिटी समस्या को बढ़ा सकता है। ऐसा इसलिए भी हो सकता है, क्योंकि कैफीन एसोफैगस और पेट के बीच वाल्व अर्थात् निचले एसोफैगल स्फिंक्टर मसल्स को लूज करता है। जिसके कारण पेट का एसिडिक कंटेंट आपकी अन्नप्रणाली में प्रवेश कर सकता है और आपको सीने व गले में जलन हो सकती है।
ग्लूकोमा का खतरा
एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने बताया है कि जिन लोगों को आनुवंशिक रूप से आंखों की बीमारियों की आशंका अधिक होती है, उनके लिए रोजाना अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन ग्लूकोमा का खतरा उत्पन्न कर सकता है। आनुवांशिक रूप से ज्यादा खतरा वाले लोगों की तुलना में अन्य लोगों में प्रतिदिन 321 मिलीग्राम से अधिक कैफीन का सेवन 3.9 गुना तक ग्लूकोमा का खतरा बढ़ा सकता है।
बढ़ती हैं पेट की समस्या
ये बात ज्यादातर लोग जानते हैं कि कॉफी पीने से शरीर के कई अंगों पर प्रभाव पड़ता है। कॉफी पीने से गैस्ट्रिन हार्मोन रिलीज होता है जो कोलन की एक्टिविटी को बढ़ाने का काम करता है। अगर आप अधिक मात्रा में कॉफी पीते हैं तो पेट खराब हो सकता है। इसके अलावा अन्य परेशानियां भी हो सकती है।