भारतीय जाति-धर्म के कारण स्वास्थ्य सेवाओं में भेदभाव
ऑक्सफैम इंडिया’ की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हर चार में से एक भारतीय के साथ जाति-धर्म के आधार पर स्वास्थ्य सुविधाओं में भेदभाव किया जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ऑक्सफैम इंडिया' की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हर चार में से एक भारतीय के साथ जाति-धर्म के आधार पर स्वास्थ्य सुविधाओं में भेदभाव किया जाता है। रिपोर्ट में दावा किया गया कि एक तिहाई मुस्लिम, 20 प्रतिशत से अधिक दलित-आदिवासी और कुल उत्तरदाताओं में से 30 प्रतिशत ने जाति-धर्म के आधार पर भेदभाव की जानकारी दी।
'ऑक्सफैम इंडिया' ने भारत में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के साथ चुनौतियों पर अपने त्वरित सर्वेक्षण के परिणामों को मंगलवार को 'सिक्योरिंग राइट्स ऑफ पेशेंट्स इन इंडिया' शीर्षक वाली रिपोर्ट के साथ साझा की। एनजीओ ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और भारत के टीकाकरण अभियान के 'कुछ प्रावधानों' के खिलाफ मरीजों के अधिकारों को शामिल करने के लिए सर्वेक्षण दो भागों में किया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के मरीजों के अधिकार चार्टर पर सर्वेक्षण फरवरी और अप्रैल के बीच किया गया था। इसमें 3890 प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई थीं।