कोरोना ने तोड़ा रिकॉर्ड 3 लाख एक दिन मिले घबराएं नहीं सतर्क रहें
कोरोना वायरस महामारी के मामले अब लगातार बढ़ रहे हैं और इसके साथ ही कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron In India) के मामले भी बढ़ रहे हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कोरोना वायरस महामारी के मामले अब लगातार बढ़ रहे हैं और इसके साथ ही कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron In India) के मामले भी बढ़ रहे हैं. देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस ने पिछले आठ महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है और एक दिन मे कोरोना के तीन लाख 17 हजार 532 नए मरीज मिले हैं और एक दिन मे इस वायरस से संक्रमित 491 लोगों की मौत हो गई. वहीं, देश में कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के अबतक 9287 मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन, इस वायरस से डरने की जरूरत नहीं है, बस सतर्कता बरतें और कोरोना गाइडलाइंस का पालन जरूर करें.
देश में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 19 लाख के पार
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 19 लाख के पार पहुंच गई है. अबतक कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 192451 हो गई है. वहीं, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4 लाख 87 हजार 693 हो गई है. आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को कोरोना से संक्रमित दो लाख 23 हजार 990 लोग ठीक हुए. अभी तक 3 करोड़ 58 लाख 7 हजार 29 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं.
अबतक 159 करोड़ से ज्यादा लोगों को लग चुकी है वैक्सीन
देश में तेजी से चल रहे राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोरोना वायरस रोधी टीकों की 159 करोड़ से ज्यादा खुराक लोगों को दी जा चुकी हैं. बुधवार को 73 लाख 38 हजार 592 डोज़ दी गईं, जिसके बाद अबतक वैक्सीन की 159 करोड़ 67 लाख 55 हजार 879 डोज़ दी जा चुकी हैं.
अब तक ओमिक्रोन के मिले हैं 9287 मरीज
देश में अब तक कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के 9 हजार 287 मरीज मिल चुके हैं. ओमिक्रॉन के सबसे मामले महाराष्ट्र और राजधानी दिल्ली में मिले हैं. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने जानकारी दी है कि भारत में बुधवार को कोरोना वायरस के लिए 19 लाख 35 हजार 180 सैंपल टेस्ट किए गए, जिसके बाद कल तक कुल 70 करोड़ 93 लाख 56 हजार 830 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, तीसरी लहर सीनियर सिटिजन और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को ज्यादा प्रभावित कर सकती है. पहली और दूसरी लहर में हमने इन्हें बचा लिया था लेकिन इस बार इनकी हालात खराब हो सकती है. इसीलिए ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है.