ब्यूटी के शौक़ीनों को त्वचा के लिए मल्टी-मास्किंग करना काफ़ी पसंद है, लेकिन अब एक्स्पर्ट्स बालों के लिए भी इसे फ़ायदेमंद बता रहे हैं.
क्या होता है मल्टी-मास्किंग?
पिछले कुछ सालों में सौंदर्य और बाल एक्स्पर्ट्स ने महसूस किया है कि हर किसी की त्वचा, स्कैल्प, बाल किसी एक लेबल-ड्राय, ऑयली, संवेदनशील इत्यादि के तहत नहीं आते. ज़्यादातर लोगों की त्वचा से जुड़ी कई समस्याएं होती हैं, जैसे खुजलीयुक्त और रूखे गाल, लेकिन ठोढ़ी पर मुहांसे, वहीं माथे पर पिग्मेंट्स हैं और वह काफ़ी संवेदनशील है. अतः ऐसी स्थिति में दो से ज़्यादा मास्क का इस्तेमाल करना ही समझदारी लगता है.
सबसे पहले आपको अपने स्कैल्प का टाइप जानना होगा. क्या आपका स्कैल्प ड्राय है, या चिपचिपा या फिर खुजलीयुक्त? इसके बाद त्वचा के लिए आज़माई गई प्रक्रिया को बालों के लिए अपनाएं. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि ज़्यादातर लोगों के लिए बाल कॉम्बिनेशन वाले होते हैं. हो सकता है जब आप दो दिनों तक बाल न धोएं, तो वे रूट्स चिपचिपे हों, लेकिन बालों का निचला हिस्सा फ्रिज़ी और ड्राय हो. अपनी त्वचा से अपने बालों का अंदाज़ा लगाएं. एक बार आपने अपनी समस्या जान ली, तो उसके अनुसार मास्क तैयार कर सकती हैं. पूरी तरह से केमिकल्स मुक्त नैसर्गिक मास्क का मतलब है, कि आप इन्हें खा भी सकती हैं.
स्कैल्प के लिए
ड्राय स्कैल्पः पपीता केवल आपके शरीर के लिए सुपरफ़ूड नहीं है, बल्कि आपके बालों के लिए भी यह प्रभावी है. यह रक्तप्रवाह बढ़ाता है, इसलिए स्कैल्प के लिए उपयुक्त है और यह स्कैल्प के नैसर्गिक तेल के प्रोडक्शन को प्रोत्साहित करता है. थोड़े से कच्चे पपीता में शहद मिलाकर स्कैल्प पर लगाएं. यह बालों पर आसानी से लग जाएगा और यह मॉइस्चर भी प्रदान करेगा. यदिे आप यह प्रक्रिया नहीं कर पा रही हैं, तो इंदुलेखा भृंगा ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं, क्योंकि यह नैसर्गिक तरीक़े से स्कैल्प की सेहत को दुरुस्त करता है.
ऑयली स्कैल्पः मुल्तानी मिट्टी से ऑयली स्कैल्प के लिए बिल्कुल उपयुक्त क्ले मास्क तैयार किया जा सकता है. इस मास्क में नींबू या संतरे की कुछ बूंदें मिला सकते हैं. पानी मिलाकर इसे अपने ज़रूरत के मुताबिक़, गाढ़ा या पतला करें. इसके अलावा यह एक बेहतरीन कूलिंूग मास्क है, जो आपके स्कैल्प को ठंडक का एहसास भी देगा.
संवेदनशील/खुजलीयुक्त स्कैल्प: हमारा पसंदीदा संयोजन है, कोल्ड प्रेस्ड वर्जिन कोकोनट ऑयल और शहद. यह आसानी से मिलनेवाले इन्ग्रीडिएंट्स जादुई असर करते हैं और स्कैल्प द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाते हैं. सुकूनदेह एहसास के लिए तेल को हल्का कुनकुना करके स्कैल्प पर मसाज करें. जहां तक नारियल तेल की बात है, वह बालों को मॉइस्चर देता है, तो वही शहद मॉइस्चर को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करता है और खुजलीयुक्त स्कैल्प से छुटकारा दिलाता है. इसका ऐंटीसेप्टिक गुण डैंड्रफ़ कम करता है. आप इंदुलेखा के ढेरों प्रॉडक्ट्स में से चुनिंदा प्रॉडक्ट्स भी अपनी हेयरकेयर रूटीन में शामिल कर सकती हैं. इसका नैसर्गिक इन्ग्रीडिएंट्स फ़ॉर्मूला सेहतमंद स्कैल्प और बाल देता है.
बालों की लंबाई के लिए
ड्राय/क्षतिग्रस्त बालः हमारी सेहत के लिए फ़ायदेमंद केला बालों के लिए भी उतना ही लाभकारी है. विटामिन बी6 और बायोटिन बालों के मॉइस्चर को बनाए रखता है और क्षति को दुरुस्त करता है. बालों की लंबाई के अनुसार एक या दो पके हुए केले में 2-3 टेबलस्पून शहद मिलाएं. शहद मिश्रण को चिकना बनाता है और बालों की नमी को बढ़ाता है.
ऑयली बालः ऐप्पल साइडर विनेगर मल्टीटास्किंग प्रॉडक्ट है. यह आपकी त्वचा, पाचन और ऑयली स्कैल्प के लिए बेहतरीन साबित हो सकता है. 2:1 के अनुपात में पानी और ऐप्पल साइडर विनेगर मिलाएं. इस घोल को आप बालों पर लगा सकती हैं. आप चाहें तो इस घोल में लैवेंडर जैसे एसेंशियल ऑयल्स की कुछ बूंदें डालकर शांतिदायक ख़ुशबू भी पा सकती हैं.
फ्रिज़ी बालः फ्रिज़ी यानी रूखे बालों से बचने के लिए सबसे स्वादिष्ट सुपरफ़ूड है-ऐवोकाडो. एक पके हुए ऐवोकाडो में दही मिलाकर बालों की लंबाई पर लगा सकती हैं.