योग, सिर्फ़ वो लोग करते हैं, जिन्हें कोई पुरानी बीमारी हो या फिर जिनकी बहुत अधिक उम्र हो चली हो। हालांकि यह धारणा बिल्कुल ग़लत है। वास्तव में योग एक ऐसा व्यायाम है, जिसे छोटी उम्र के बच्चों से लेकर बहुत उम्रदराज़ भी कर सकता है।
यह ना केवल हमें तंदुरुस्त रहने में मदद करता है, बल्कि वज़न कम करने में भी हमारी मदद करता है और हमें शांत महसूस कराने और ध्यान केंद्रित करने में भी अहम भूमिका निभाता है। योग आपको अपने शरीर के साथ तालमेल बिठाने, मूड और इमोशन्स में सुधार करने, शरीर में होने वाले दर्द को कम करने और तनाव से मुक्त करके आपको अच्छी नींद ले सकने में मदद करता है। आईए अब नजर डालें विभिन्न योगासनों पर :—
नौकासन
नौकासन या बोट पोज़, मोटापा कम करने और पाचन शक्ति को बेहतर बनाने के लिए उत्तम माना जाता है। यह तनाव से छुटकारा पाने और किडनी व आंत के संचालन को ठीक रखने में भी मदद करता है।
कैसे करें?
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले एक योग मैट बिछाएं और उस पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं।
- अब एक लंबी सांस लें और उसे छोड़ते हुए पैरों को 30 डिग्री तक उठाएं।
- अपने सिर और हाथों को भी आगे की तरफ़ उठाएं, जितना आप उठा सकें।
- पैर को बिल्कुल सीधा रखें।
- सिर और पैर मिलाकर शुरुआत में 20-30 डिग्री कोण बनेगा, बाद में आप इसे 45 डिग्री तक उठा सकते हैं।
- इस मुद्रा में 30 से 40 सेकेंड तक बने रहें, उसके बाद अपनी पहली अवस्था में आएं।
- इसे आप 2 से 5 बार करें। प्रैक्टिस होने के बाद आप अपनी क्षमतानुसार कर सकते हैं।
सर्वांगासन
इस आसन में शरीर के लगभग सभी अंगों को शामिल किया जाता है। इसमें आपको शरीर लगभग उल्टा हो जाता है और इसलिए इसे कठिन योगासनों में शामिल किया गया है। यह थकान मिटाने, पाचन क्रिया को सुधारने, थॉयरायइड ग्लैन्ड को संतुलित करने, दिमाग़ तेज़ करने और वज़न कम करने में मदद करता है। शरीर के निचले हिस्से को कम करने के लिए बेहतरीन आसन है।
आसन को करने का तरीक़ा
- योगा मैट बिछाकर पीठ के बाल सीधे लेट जाएं।
- गर्दन के नीचे कोई मोटी चीज़ मोड़कर रख लें।
- अपने दोनों हाथों को शरीर से सटाकर और हथेलियों को नीचे की तरफ़ रखें।
- अब अपने दोनों पैरों को ऊपर की तरफ़ मोड़ते हुए 90 डिग्री का कोण बनाएं।
- अब पैरों को पीछे सिर की तरफ़ लाने की कोशिश करें।
- सहारा देने के लिए कमर को दोनों हाथों से पकड़ें।
- आपसे जितना हो सके पैरों को सिर के पीछे ले जाएं और इस मुद्रा में 30 सेकेंड तक बने रहें।
- इस आसन को दो से पांच बार या अपनी क्षमता के अनुसार करें।
सेतुबंधासन
सेतुबंध आसन या ब्रिज पोज़, आपके कुल्हों, पेट और पीठ के पोश्चर को बनाए रखने में काम करता है। यह तनाव और थॉयराइड से भी मुक्ति पाने में सहायता करता है।
इस आसन को कैसे करें?
- योगमैट पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं।
- अपने हाथों को शरीर से बिल्कुल सटाकर रखें।
- दोनों पैरों को घुटनों से मोड़े और अपने कूल्हों को ऊपर उठाएं।
- दोनों हाथों से एड़ियों को पकड़ें, ताकि इस मुद्रा में बने रहने के लिए आपको सपोर्ट मिले।
- इस मुद्रा में क़रीब 30 सेकेंड तक बने रहें।
- इस आसन को 2 से 5 बार या अपने क्षमता के अनुसार करें।
वशिष्ठासन
वशिष्ठासन सा फिर साइड प्लैंक, पेट, हाथ-पैरों की मज़बूती और वज़न कम करने के लिए बहुत ही कारगर होता है। इसके साथ ही बॉडी बैलेंस को बेहतर बनाने के लिए भी साइड प्लैंक पोज़ बेहतरीन माना जाता है।
कैसे करें?
- योगमैट पर दंडासान में आ जाएं।
- उसके बाद एक तरफ़ आधा लेटने वाली मुद्रा में आ जाएं।
- अपने शरीर का पूरा भार अपने दाहिने हाथ पर डालें।
- आपका दहिना पैर आपके बाएं पैर के ऊपर होना चाहिए और आप में जुड़े हुए हों।
- अपने बाएं हाथ को ऊपर हवा में उठाएं।
- इस मुद्रा में 30 सेकेंड तक बने रहें
इन योगासन को अपनाकर आप वज़न कम करने के साथ ही शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे।