आपका टीबैग आपको तरोताज़ा करने के अलावा भी काम आ सकता है. आइए जानते हैं कैसे?
खरोंच
भीगा हुआ टीबैग त्वचा की बाहरी खरोंचों को जल्द हील करता है. टीबैग्स में टैनिन होता है, जो खरोंचों से निकलनेवाले ख़ून को रोकता है. त्वचा की खरोंचों पर भीगा हुआ टीबैग डालने पर खरोंचों का रंग बदलता है और उनकी हीलिंग जल्दी होती है.
जलना
चाहे सनबर्न हो या रेज़र बर्न भीगा हुआ टीबैग जलन को कम करता है. टीबैग्स को गर्म पानी से बाहर निकालकर ठंडा होने दें. फिर उन्हें बर्न से प्रभावित जगह पर रखें. त्वचा पर टीबैग्स को रगड़ें नहीं. त्वचा को टीबैग के सत्व को अवशोषित करने दें. इसी तरह आप रैशेज़ और कीड़ों-मकोड़ों के काटने से हो रही खुजली की जगह भी रख सकते हैं. खुजली और जलन में आराम मिलेगा.
मसूड़े
यदि आपके मसूड़ों से ख़ून आ रहा हो तो टीबैग्स आपके काम आ सकते हैं. आप मसूड़ों पर ठंडा किया हुआ यूज़्ड टीबैग रखें. जल्द ही मसूड़ों से ख़ून आना बंद होगा और सूजन में भी कमी देखने मिलेगा.
मस्सा
टी बैग्स में मौजूद टैनिक एसिड मस्सों को प्रभावी बनानेवाले बैक्टीरिया से लड़ता है, जिसके चलते मस्सों के सूखने की प्रक्रिया में तेज़ी आती है. मस्सों पर १० मिनट के लिए गर्म टीबैग रखें. दिन में दो-तीन बार यह प्रक्रिया दोहराकर आप मस्सों में फ़र्क़ महसूस कर सकेंगे.
सूजन
टीबैग्स को हल्के गर्म पानी में भिगाएं. और उसके बाद उन्हें दोनों आंखों पर २० मिनट्स के लिए रखें. यह नुस्ख़ा नींद न पूरी होने से आंखों के नीचे आनेवाली सूजन को कम कर देगा. इससे डार्क सर्कल्स भी घटते हैं.