परफ़्यूम के बारे में, ये 4 बातें आपको ज़रूर पता होनी चाहिए

Update: 2023-05-03 12:18 GMT
एक अच्छा परफ़्यूम आपके मूड को ख़ुशगवार रखता है. आपसे आनेवाली ख़ुशबू उन लोगों को भी भाती है, जो आपसे मिलते हैं. यही कारण है कि हम सभी अच्छा परफ़्यूम चुनने के लिए काफ़ी मेहनत करते हैं. अगर आप चाहते हैं कि परफ़्यूम लगाने के बाद मनचाहा प्रभाव मिले तो इन चार बातों को गांठ बांध लें.
पहली बात: परफ़्यूम को रगड़ें नहीं
कई दफ़े हम परफ़्यूम को अपनी स्किन पर छिड़कने के बाद वहां की त्वचा को रगड़ देते हैं. हमें लगता है कि इससे ख़ुशबू त्वचा में समा जाएगी. पर यह तरीक़ा वैज्ञानिक रूप से बिल्कुल ग़लत है. जब आप परफ़्यूम को रगड़ते हैं, तब उसके मॉलिक्यूल्स यानी यौगिक के बॉन्ड्स टूट जाते हैं. जिसका नतीजा यह होता है कि उसकी ख़ुशबू बिगड़ जाती है. तो गांठ बांधनेवाली पहली बात यह है कि परफ़्यूम को स्प्रे करना है, रगड़ना नहीं है.
दूसरी बात: जब परफ़्यूम कुछ ज़्यादा ही स्ट्रॉन्ग हो, तब यह तरीक़ा अपनाएं
कई बार हमें महसूस होता है कि हमारा परफ़्यूम कुछ ज़्यादा ही स्ट्रॉन्ग है. उसे डायरेक्टली स्प्रे करना मतलब उसकी ख़ुशबू को ख़ुद ही नहीं सह पाने जैसी हालत हो जाएगी. कुछ लोगों को तो स्ट्रॉन्ग परफ़्यूम से सिरदर्द होना, नाक बहना जैसी समस्याएं हो जाती हैं. अगर आपका परफ़्यूम भी कुछ ज़्यादा स्ट्रॉन्ग हो गया हो तो उसे हवा में स्प्रे करें. स्प्रे करते हुए परफ़्यूम की वॉल यानी दीवार बना दें. और उसके बाद उसके बीच से गुज़रें. ऐसा करने से ख़ुशबू आपके शरीर के हर हिस्से में समान रूप से समा जाएगी और परफ़्यूम स्ट्रॉन्ग भी नहीं रह जाएगा.
तीसरी बात: परफ़्यूम को कपड़ों पर स्प्रे मत करें
परफ़्यूम को कपड़े पर छिड़क लेना वह कॉमन ग़लती है, जो ज़्यादातर लोग करते ही हैं. पर परफ़्यूम लगाने का यह तरीक़ा पूरी तरह से ग़लत है. परफ़्यूम को त्वचा पर स्प्रे करने के लिए बनाया जाता है. कपड़े पर छिड़कने से मनमुताबिक़ प्रभाव नहीं मिलेगा. यदि आप चाहते हैं कि आपका महंगा परफ़्यूम आपको सही प्रभाव दे तो सीधे त्वचा पर स्प्रे करें.
चौथी बात: दूसरी की देखा-देखी परफ़्यूम न ख़रीदें
अक्सर हम किसी के परफ़्यूम की ख़ुशबू से प्रभावित होकर वही वाला परफ़्यूम ख़रीद लाते हैं, पर अरोमा एक्सपर्ट्स की मानें तो परफ़्यूम की ख़ुशबू कॉपी नहीं की जा सकती. इसका सीधा कारण यह है कि हर किसी के शरीर की बनावट अलग-अलग होती है. जिसके चलते हर किसी के शरीर की अपनी विशिष्ट ख़ुशबू होती है. किसी को ज़्यादा पसीना आता है, किसी को बहुत कम तो किसी को न के बराबर. तीन अलग-अलग तरह के लोगों पर एक ही तरह का परफ़्यूम कैसे एक जैसा इफ़ेक्ट पैदा कर सकता है. तो परफ़्यूम चुनते समय इस बात का ख़ास ख़्याल रखें कि आपका परफ़्यूम आपके शरीर की नैचुरल ख़ुशबू को कॉम्प्लिमेंट करता हो. उदाहरण के लिए अगर आपको ज़्यादा पसीना आता हो तो आपको स्ट्रॉन्ग नोट्स वाले परफ़्यूम की ज़रूरत होगी.
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