वैवाहिक जीवन की बुनियाद प्यार, समय और आपके प्रयासों पर टिकी होती है. प्यार की डगर हमेशा ख़ुशहाली भरी नहीं होती, उसे ख़ुशहाल बनाने के लिए आपको लगातार प्रयास करते रहना होता है. इस काम में हमारी छोटी-छोटी आदतें, बड़े काम आती हैं. अगर आपकी आदतें अच्छी हैं तो आप न केवल अपने जीवनसाथी के क़रीब आते हैं, बल्कि बतौर कपल आपकी बॉन्डिंग मज़बूत होती है. यहां हम चार ऐसी अच्छी आदतों के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो आपकी शादीशुदा ज़िंदगी को ख़ुशहाल बना देंगे.
पहली आदत: संवाद
आपकी शादी के लंबे समय तक टिक रहने में संवाद की बड़ी अहम भूमिका होती है. आप दोनों को अपने बारे में लगभग सभी बातें, एक-दूसरे से शेयर करनी चाहिए. घर में आज क्या हुआ, ऑफ़िस में में क्या हुआ, जैसी बातें शेयर करने से प्यार और लगाव बढ़ता है. इसके अलावा आप दोनों परिवार और दोस्तों के बारे में बातें कर सकते हैं. उनकी ज़िंदगी की रोचक बातें साझा कर सकते हैं. अपने जीवन के अच्छे और बुरे लम्हों, अपने संघर्ष और सफलता की बातें कर सकते हैं. यह देखा गया है कि जब दोनों पार्टनर्स आपस में अच्छे से बात करते हैं, उनका संवाद बेहतर होता है तो वे कम तनाव महसूस करते हैं. उनका एक-दूसरे पर भरोसा बढ़ता है. वे सेहतमंद और ख़ुश रहते हैं.
दूसरी आदत: अंतरंगता को अहमियत
अपने पार्टनर के साथ शारीरिक और मानसिक दोनों तौर पर अंतरंगता बढ़ाएं. पार्टनर को इतना भरोसा हो कि वह आपके साथ सुरक्षित है. वह अपने मन की सभी बातें आपसे कर सकता है. आप दोनों एक-दूसरे की शारीरिक ज़रूरतों को बेहतर ढंग से समझते हैं. यह बॉन्ड तब अधिक स्ट्रॉन्ग होगा, जब आपके रिश्ते में सेक्स की मात्रा समुचित रहेगी. सेक्स के बारे में भी आप दोनों खुलकर बात करें, ताकि एक-दूसरे की उम्मीदों को समझ सकें. इससे अंतरंग संबंधों में संतुष्टि का एहसास आता है.
तीसरी आदत: अच्छे श्रोता बनें
आप अपनी बातें बेझिझक पार्टनर को बता देते हैं, उतनी ही उत्सुकता पार्टनर की बातों को सुनने में भी दिखाएं. अगर आप ऐसा नहीं करते तो एक समय बात आपके बीच होनेवाला संवाद, वन वे हो जाएगा, जो अंत में रिश्ते को बोरियत से भर देगा. पार्टनर की बातों को ध्यान से सुनकर आप उसकी ज़रूरतों को ठीक तरह से समझ सकते हैं. उनकी बातों को सिर्फ़ सुनने के लिए सुन भर न लें, बल्कि उनपर अमल भी करें. ताकि उन्हें अपनी अहमियत का अंदाज़ा हो. इस तरीक़े को अपनाकर आप अपने रिश्ते को सुखद बना सकते हैं.
चौथी आदत: एक-दूसरे के प्रति कृतज्ञ रहें और जताएं भी
किसी भी रिश्ते में यदि हमें सम्मान और प्रशंसा नहीं मिलती तो हम धीरे-धीरे उस रिश्ते से कटते जाते हैं. यही हमारे वैवाहिक संबंध के साथ भी होता है. पार्टनर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना बहुत ज़रूरी है. उसकी अच्छाई को ‘टेकेन फ़ॉर ग्रांटेड’ न लें. वह आपका जीवनसाथी होने के पहले एक इंसान है. और हर इंसान अपने द्वारा किए गए अच्छे काम पर प्रशंसा चाहता है. अगर आप नियमित तौर पर पार्टनर की तारीफ़ करते हैं तो मान कर चलिए कि आपका रिश्ता मज़बूत होता जाएगा. यही आपके पार्टनर पर भी लागू होता है.