आपकी ज़िंदगी पहले जैसी नहीं रहेगी,’. आप ख़ुद से ही यह सवाल पूछें, जाने-अनजाने आपने भी कई बार उन लोगों को इस तरह की सलाह दी होगी, जिनकी मेज़र स्पाइन या नी सर्जरी होने वाली होती है.
प्रोफ़ेसर डॉ प्रदीप भोसले, डायरेक्टर, ऑर्थराइटिस ऐंड जॉइंट रीप्लेसमेंट सर्जरी, नानावटी सुपर स्पेशैलिटी हॉस्पिटल, बताते हैं,‘‘मैं ख़ुद एक मैराथन रनर रहा हूं. जब मुझे नी सर्जरी से गुज़रना पड़ा, मैंने सर्जरी से पहले की इन सलाहों और कमेंट्स को ग़लत साबित कर दिखाया. मैंने सर्जरी के बाद मैराथन दौड़कर दिखाया है.’’
डॉ भोसले आगे कहते हैं,‘‘किसी भी तरह की सर्जरी का हमारे शरीर पर काफ़ी प्रभाव पड़ता है. एक ऑर्थोपेडिक सर्जरी तो बड़ी बात है ही, ख़ासकर अगर हम पहले की तरह सेहत और फ़िटनेस पाना चाहते हों. यहां उन कुछ बेहद ज़रूरी बातों पर नज़र डालते हैं, जिन्हें अपनाकर आप ऑर्थोपेडिक सर्जरी के बाद भी पहले की तरह फ़िटनेस पा सकते हैं.’’
आपको चाहिए: सही पोषण
आप जो भी खाते हैं, उसका असर हमेशा आपके शरीर पर दिखता है, फिर चाहे आप सेहतमंद हों या बीमार. हां, जब आपका शरीर बीमार होता है या आप किसी सर्जरी के बाद रिकवरी पीरियड में होते हैं, आपको अपने शरीर को सेहतमंद और पोषक तत्वों से भरपूर चीज़ें देनी चाहिए. उस दौरान जंक फ़ूड या कम पोषक तत्वों वाली चीज़ों का सेवन करने से रिकवरी रेट धीमी पड़ जाती है. तो ऑर्थोपेडिक सर्जरी हुई हो या कोई दूसरी सर्जरी यह सुनिश्चित करें कि आप सेहतमंद, पोषक तत्वों से भरपूर चीज़ें ही खाएं, इससे आपके शरीर को हीलिंग के लिए आवश्यक विटामिन और प्रोटीन मिलने में आसानी होगी. सर्जरी के बाद शरीर को विटामिन ए, विटामिन सी और ज़िंक की अधिकतावाली चीज़ों की अधिक ज़रूरत होती है, इससे हीलिंग प्रोसेस तेज़ होता है. वहीं प्रोटीन की अधिकता यह सुनिश्चित करती है कि शरीर का रिपेयर वर्क स्मूदली हो जाए.
आपको चाहिए: भरपूर आराम
आपकी बड़ी सर्जरी हुई है, तो यह उम्मीद न करें कि दूसरे ही दिन से सबकुछ पहले जैसा हो जाएगा. अपने शरीर को हील होने और शक्तिशाली होने के लिए समय दें. अपने फ़िज़ीशियन की सलाह को मानें, शुभचिंतकों की नहीं. अगर आपके फ़िज़ीशियन ने किन्हीं गतिविधियों के लिए मना किया हो तो उसका पालन करें. उन सभी एक्सरसाइज़ और गतिविधियों की सूची बनाएं, जिनकी सलाह आपको दी गई है. डॉक्टर की सलाह के बाद ही अपनी पहले की दैनिक गतिविधियों को अपनाएं. अनी पहले की दिनचर्या और शारीरिक गतिविधि को अपनाने में किसी भी तरह की जल्दबाज़ी न दिखाएं. आपकी सर्जरी हुई है, आपके शरीर को हील होने के लिए आराम और पर्याप्त समय चाहिए.
आपको चाहिए: पर्याप्त हाइड्रेशन
खानपान के माध्यम से सही पोषण लेने के अलावा सर्जरी के बाद रिकवरी प्रोसेस में आपके शरीर को पर्याप्त मात्रा में हाइड्रेशन यानी पानी की ज़रूरत होती है. घावों को भरने में
हाइड्रेशन की बहुत बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका होती है. सर्जरी के बाद रिकवरी पीरियड के दौरान अपनी डायट में तरल चीज़ों (लिक्विड) और पानी का सेवन अनिवार्य रूप से बढ़ाना होगा. जब आप ख़ूब पानी पीते हैं, तब शरीर को प्रोटीन, फ़ाइबर और दूसरे पोषक तत्वों को पचाने में मदद मिलती है. तो सर्जरी के बाद की सेहतमंद आदतों में ख़ूब पानी पीना भी शामिल करें, इससे आपका शरीर हाइड्रेटेड रहेगा और जल्दी रिकवर हो जाएगा.
आपको चाहिए: शारीरिक और दिमाग़ी गतिविधि
आपको एक बाद याद रखनी चाहिए, आपके शरीर के केवल एक हिस्से की सर्जरी हुई है. शुरुआती दिनों या कहें रिवकरी पीरियड में आराम करने के बाद आपका अंतिम लक्ष्य तो यह है कि आपको सभी गतिविधियों को सहजता से करना है. तो अपनी पहले की गतिविधियों को करना जारी रखें, हां शरीर के उस हिस्से को बचाते हुए, जिसकी सर्जरी हुई है, मूवमेंट कराने में कोई हर्जा नहीं है. उदाहरण के लिए मान लें आपकी नी सर्जरी हुई है. आपको वज़न उठानेवाली व्यायाम की मनाही है. इस केस में आप बैठे-बैठे हाथों को हिलाएं डुलाएं और पैर के पंजों को भी. यदि आपको फ़िज़िकल ऐक्टिविटी के लिए मनाही है तो अपने आपको दिमाग़ी गतिविधियों में व्यस्त रखें.
आपको चाहिए: फ़िजिकल थेरैपी
हर सर्जरी के बाद विशेष फ़िज़िकल थेरैपी की ज़रूरत होती है. ऑर्थोपेडिक सर्जरी के बाद तो यह और भी ज़रूरी हो जाती है. किसी अच्छे फ़िज़ियोथेरैपिस्ट से कंसल्ट करें और उससे अपने लिए ज़रूरी व्यायाम की जानकारी ले लें. सर्जरी के बाद नियमित रूप से फ़िज़ियोथेरैपी अनिवार्य है, क्योंकि इससे मसल्स को मज़बूत बनने में मदद मिलती है, जो कि सर्जरी के सक्सेसफ़ुल होने के लिए बेहद ज़रूरी है. तो अगर आप चाहते हैं कि सर्जरी के बाद आप पहले वाली गतिविधियों को दोबारा जारी रख पाएं तो आपको फ़िज़ियोथेरैपी की ज़रा भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए.
चलते-चलते डॉ भोसले कहते हैं,‘‘तो अगर मैंने यह कर दिखाया है तो मुझे कोई कारण नज़र नहीं आता कि आप नहीं कर सकते. आप आर्थोपेडिक सर्जरी या उसके बाद के बेड रेस्ट और दर्द को हौव्वा न बनाएं. सर्जरी के बाद फ़िज़ीशियन के निर्देशों का पालन करें और एक अच्छी तथा सेहतमंद ज़िंदगी बिताएं. अगर आप पोस्ट-सर्जरी प्रोटोकॉल्स का ठीक तरह से पालन करते हैं तो आपको पता भी नहीं चलेगा कि आप कब रीकवर हो गए और आपने सर्जरी के बाद दौड़ने के अपने लक्ष्य को कब हासिल कर लिया.’’